संक्रमण काल को देखते हुए नाथों के नाथ भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा इस साल भी नहीं निकलेगी। संक्रमण से सुरक्षा के कारण भगवान जगन्नाथ भी शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करेंगे। इस बार ना तो भक्तों के हाथों स्नान करने सामने आएंगे और ना ही भइया बलभद्र और बहन सुभद्रा संग विहार के लिए निकलेंगे। ऐसे में काशी का लक्खा मेला भी नहीं सजेगा। हालांकि जलयात्रा से लेकर रथयात्रा तक कज परम्परा को सांकेतिक तौर पर मनाया जाएगा। इसी क्रम में अस्सी स्थित जगन्नाथ मंदिर में रविवार को भगवान की पालकी पहुंची। आज सुबह मंगला आरती के बाद भगवान भक्तों को दर्शन देंगे।