स्मगलिंग जोन बन चुके मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया डेढ़ करोड़ का सोना

'सराय' बन गया है मुगलसराय

मुगलसराय वैसे तो देश के बड़े स्टेशंस में शुमार है और यहां से सैकड़ों ट्रेनों का संचालन होता है मगर अब इसे स्मगलिंग के सामानों के संचालन के लिए भी जाना जाता है। कभी गोल्ड तो कभी वेपंस, कभी जाली नोट तो कभी कछुआ तक की तस्करी यहां से होती है। गुरुवार को भी शूज में लगभग डेढ़ करोड़ का सोना छिपाकर ले जा रहे स्मगलर्स जीआरपी के हत्थे चढ़े। लेकिन अभी दंग होने की जरूरत नहीं है क्योंकि अंदर के पेज पर हम आपको और भी कुछ घटनाएं बताएंगे तब आप भी कह उठेंगे कि वाकई स्मगलर्स के लिए 'सराय' बन चुका है मुगलसराय।

-मुगलसराय रेलवे स्टेशन बन गया है तस्करी जोन, पकड़ा गया डेढ़ करोड़ का सोना

-थाईलैंड से मुगलसराय स्टेशन के रास्ते जा रहा था नागपुर

-आईबी इंफॉर्मेशन पर जीआरपी ने दो तस्करों को किया अरेस्ट, चंदौली सहित मुगलसराय में हो रही है तस्करी

VARANASI:

केस वन-

रेल के रास्ते मुंगेर से मुरादाबाद ले जाये जा रहे पंद्रह पिस्टल के साथ एक कैरियर को अक्टूबर महीने में मुगलसराय जीआरपी ने पकड़ा था। उसके पास से खाली मैगजीन भी बरामद हुए थे। नवंबर मंथ में भी एक युवक को आधा दर्जन पिस्टल के साथ जीआरपी ने पकड़ा था। असलहों की खेप मुंगेर से मेरठ जा रही थी। यह सिर्फ दो माह की घटनाएं है।

केस-टू

चंदौली के रास्ते पशु तस्करी की घटनाएं तो आये दिन सामने आती रहती है। गोवध के लिए पंडुआ पश्रि्वम बंगाल ले जाए जा रहे पशु गाहे बगाहे पुलिस द्वारा बरामद किए जाते है। क्0 नवंबर को मुगलसराय एरिया के सिकटियां में पिकअप वाहन में लदे बैल को पास कराने में एक तस्कर को ग्रामीणों द्वारा पकड़ा गया था। जिसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। इसके अलावा हाईवे पर इन वाहनों को पास कराने में खाकी के साथ-साथ सफेदपोश भी दिन-रात खड़े रहते है।

केस-थ्री

गवर्नमेंट को चूना लगाने का भी धंधा चंदौली में खूब फल फूल रहा है। नौबतपुर चेकपोस्ट से ओवरलोडेड वाहनों को पास कराने का खेल आज भी जारी है। इसमें सत्ताधारी सफेदपोश से लेकर अधिकारियों की भी गलबहियां सामने आती है। सेल्स टैक्स विभाग के सीनियर ऑफिसर्स द्वारा पिछले माह मैजिक पेन से करोड़ों की कर चोरी पकड़ी गई थी। इसमें शामिल मास्टर मांइड की तलाश अभी चल रही है।

केस-फोर

भले ही कोयला का धंधा मंदा हो गया लेकिन तेल का खेल चंदौली-मुगलसराय में आज भी जोरों पर चल रहा है। केरोसिन से डीजल-पेट्रोल बनाने का भंडाफोड़ तत्कालीन बीएसपी गवर्नमेंट में सीबीआई कर चुकी है। इसमें तीन तेल माफियाओं की अरेस्टिंग भी हुई थी। उसके बावजूद मिलावटी तेल टैंकर का टैंकर सप्लाई हो रहा है। अक्टूबर मंथ में एडिशनल एसपी जियालाल यादव ने एक मकान में छापेमारी करते हुए मिलावटी डीजल-पेट्रोल व केमिकल सहित कई उपकरण बरामद किए थे।

सर्दी में भी गर्म रहती है खाकी वर्दी

ऐसे केसेज तो महज एक बानगी भर है। ऐसे ना जाने कितने गोरखधंधे है जो मुगलसराय-चंदौली में खूब फल फूल रहे हैं। बिना पुलिस के गठजोड़ से काले कारनामों को अंजाम देना बहुत मुश्किल है। ठंड में भी हाईवे पर वसूली होती रहती है। वहीं मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार के रास्ते असलहा, करेंसी, जाली नोट, सोना चांदी, चाइनीज लहसुन, कछुआ सहित मानव की तस्करी किसी से छुपी नहीं है। क्योंकि समय-समय पर जीआरपी इनका खुलासा खुद करती रहती है।

शूज में लाए विदेश से डेढ़ करोड़ का सोना

थाईलैंड से चार किग्रा तीन सौ ग्राम सोने की ब्रिक्स शूज में छिपाकर मुगलसराय रेलवे स्टेशन पहुंचे दो तस्करों को आईबी की इंफॉर्मेशन पर बुधवार की रात मुगलसराय जीआरपी ने अरेस्ट कर लिया। बरामद सोने की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में डेढ़ करोड़ रुपये आंकी जा रही है। दोनों तस्कर संघमित्रा एक्सप्रेस से नागपुर निकलने के फिराक में थे। उनके पास से थाईलैंड की करेंसी व दो पासपोर्ट, चार मोबाइल सेट भी बरामद हुए।

नागपुर में करनी थी डिलिवरी

पकड़े गए तस्कर नागपुर निवासी राजेश भट्ट व राजेश वासवानी ने आईबी व जीआरपी के पूछताछ में बताया कि थाईलैंड में बीस हजार रुपये प्रति दस ग्राम की दर से गोल्ड परचेज करके भारत लाए थे। कस्टम ड्यूटी से बचने के लिए स्पेशल शूज बनवाया गया था, शूज के सोल में सोने की ब्रिक्स छिपाकर बिहार के गया एयरपोर्ट से बाहर निकल गए। वहां से प्राइवेट टैक्सी से मुगलसराय रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां अप संघमित्रा एक्सप्रेस के ए-वन में नागपुर के लिए बर्थ कंफर्म था। सोने की डिलिवरी नागपुर में करनी थी।

दूसरी बार फंस गए गोल्ड तस्कर

आईबी की इंफॉर्मेशन पर पकड़े गए तस्करों का कहना था कि अभी एक पखवारे पूर्व ही सोने की खेप थाईलैंड से नागपुर पहुंचा गया था। मुगलसराय रेलवे स्टेशन से ही संघमित्रा एक्सप्रेस में सवार होकर नागपुर पहुंचे थे। हालांकि दूसरी बार पुलिस की गिरफ्त में आ गए।

आईबी ने किया था अलर्ट

सोर्सेज की मानें तो आईबी ने मुगलसराय जीआरपी को गत बुधवार को दिन में ही अलर्ट कर दिया था। तस्करों की इंफॉरमेशन मिलने पर जीआरपी काफी एक्टिव हो गई थी। अप की ओर जाने वाली ट्रेनों में चेकिंग अभियान स्टार्ट हो गया था।

ट्रेन्स से तस्करी रोकने के लिए रेलवे स्टेशंस पर बराबर कार्रवाई होती रहती है। मुगलसराय जीआरपी ने सोना के तस्करों को पकड़ा है। तस्करों के निशानदेही पर बड़े रैकेट का जल्द पर्दाफाश किया जाएगा।

एसपी रेलवे, इलाहाबाद

चंदौली में बराबर अपराधियों पर कार्रवाई होती है। कानून को हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाता है। वाहनों की चेकिंग भी बराबर होती है।

जियालाल यादव

डिप्टी एसपी, चंदौली

दोनों तस्करों को विभिन्न धाराओं में निरुद्ध कर जेल भेज दिया गया है। इनके जरिए बहुत जल्द आकाओं तक पहुंचा जाएगा।

रतन सिंह यादव

इंस्पेक्टर, जीआरपी मुगलसराय

मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर तो आये दिन तस्कर पकड़े जाते है। जाली नोट, असलहा सहित सोना-चांदी के तस्कर यहां पकड़े जाते है।

हाजी खालिद वकार आबिद

मुगलसराय

कहीं न कहीं तस्करों को हिंट मिलता है तभी रेलवे टै्रक पकड़ते है। मुगलसराय रेलवे स्टेशन तो तस्करी जोन बन गया है।

अजय उपाध्याय, मुगलसराय

अपराधियों पर लगाम लगाने में चंदौली पुलिस फिसड्डी साबित हो रही है। पुलिस के नाक नीचे गोरखधंधा फल-फूल रहा है।

अजीत पाठक, मुगलसराय

सत्ताधारी नेताओं के इशारे पर चंदौली की पुलिस काम कर रही है। इसलिए अपराधियों की बांछे खिली है। पशु तस्करों पर लगाम बिल्कुल भी नहीं है।

सियाराम पाठक, चंदौली