-सोने की कीमत में आएगी गिरावट, अप्रैल तक 45 हजार तक पहुंचने की उम्मीद

- सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी 12.5 परसेंट से घटाकर 7.5 परसेंट कर दिया गया

-कॉटन पर 10 परसेंट कस्टम ड्यूटी लगने से बनारसी साड़ी हो जाएगी महंगी

-अब मोबाइल और चार्जर खरीदना भी पड़ेगा भारी

अगर आप सोना खरीदने का मन बना रहे हैं तो बजट में आपके लिए खास बात का जिक्र किया गया है। जी हां, आने वाले समय में गोल्ड की कीमत कम होने वाली है। दरअसल, इस बार बजट में सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटाने का काम किया गया है। बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सोना-चांदी से कस्टम ड्यूटी को घटाया गया है। एक अक्टूबर से देश में नई कस्टम नीति लागू हो रही है। अभी सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी 12.5 परसेंट है जिसे घटाकर 7.5 परसेंट कर दिया है। कस्टम ड्यूटी घटने से जहां गोल्ड खरीदना आसान होगा, वहीं कॉटन पर 10 परसेंट ड्यूटी बढ़ने से बनारसी साड़ी महंगी हो जाएगी। यही नहीं ऑनलाइन के दौर में सबसे जरूरी सामान में शामिल हो चुका मोबाइल भी अब पहले से महंगा हो जाएगा।

बता दें कि सोने-चांदी के ऊंचे दामों के साथ कोरोना काल में लोगों की जेब पर पड़े असर से ज्वेलरी कारोबार भी मंदी की मार झेल रहा है। ऐसे में गोल्ड कारोबारियों ने सरकार से सोने के आयात पर कस्टम ड्यूटी घटाने की गुहार लगाई थी जिसे वित्त मंत्री ने सुना और उन्हें राहत दे भी दी। व्यापारियों का कहना है कि वित्त मंत्री के इस पहल से गोल्ड मार्केट में बड़ा उछाल आएगा। अभी तक सोने का भाव जिस तेजी से भाग रहा था, उस पर लगाम लगेगा। इसके साथ ही सोने की स्मगलिंग करने वालों पर भी लगाम लगेगी। दरअसल भारत में सोने-चांदी का आयात भारी मात्रा में किया जाता है। ऐसे में काफी संख्या में लोग इसका मिस यूज भी करते हैं। यही नहीं सोने का रेट कंट्रोल होने से मार्केट को बहुत बड़ा फायदा होने वाला है।

शादी के सीजन में बढ़ेगी खरीदारी

सोने पर कस्टम ड्यूटी घटने से बनारस में सोने के कारोबारियों की चांदी हो जाएगी। अप्रैल से शादियों का सीजन भी शुरू हो रहा है। ऐसे में सोने का भाव घटने से मार्केट में खरीदारों की संख्या भी बढ़ेगी। लोग पहले से ज्यादा सोने का खरीदारी करेंगे। हालांकि खास बात ये भी है कि बजट के दिन ही बनारस में सोना एक हजार रुपए सस्ता हुआ है। वर्तमान में सोना 51 हजार के करीब है। गोल्ड कारोबारियों की मानें तो इधर सोने का भाव घट ही रहा है। अगर ऐसी ही स्थिति रही तो आने वाले दो-चार माह में सोना 45 हजार के करीब पहुंच सकता है।

बनारसी साड़ी को डबल झटका

सोना पहनना भले ही आसान हो जाए, लेकिन बनारस की पहचान बनारसी साड़ी का कारोबार एक बार फिर खतरे में नजर आ रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बजट में बनारसी कारोबार को कुछ देने के बजाए उन पर एक और बोझ डाल दिया है। कॉटन पर कस्टम ड्यूटी 10 परसेंट बढ़ने से बनारसी साड़ी अब और महंगी हो जाएगी। यही नहीं यह कारोबार भी प्रभावित होगा। कारोबारियों का कहना हैं कि कोरोना काल के बाद से यह व्यापार पहले ही मंदी की मार झेल रहा है। ऐसे में कस्टम ड्यूटी बढ़ने से यह कारोबार तो पूरी तरह से खत्म होने की कगार पर पहुंच जाएगा। बजट में टेक्सटाइल पार्क बनाने की बात तो कही गई है, मगर जब तक वो बनेगा, तब तक बनारसी साड़ी का कारोबार चौपट हो चुका रहेगा। ऐसे में इस पार्क का फिर कोई मतलब नहीं रह जाएगा।

कमजोर को और कर रहे कमजोर

साड़ी कारोबारियों का कहना है कि कोरोना महामारी के वक्त लगे लॉकडाउन के बाद से अब तक लागत मूल्य में 20 परसेंट की बढ़ोतरी हो चुकी है। मंदी का दौर चल ही रहा है। अब कस्टम ड्यूटी बढ़ाकर सरकार ने इस व्यापार को और भी चैलेंजिंग कर दिया है। बजट से हैंडलूम और टेक्सटाइल्स से बहुत सारी उम्मीद थी, लेकिन सारी उम्मीदें धरी रह गईं। बुनकर पहले ही परेशान हैं और भी ज्यादा हो जाएंगे। बिजली सब्सिडी के मामले को भी क्लियर नहीं किया जा रहा है।

::: व्यापारियों के अनुसार बजट ::::

बजट में सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटने से मार्केट को बहुत कुछ मिलेगा। आने वाले दिनों में गोल्ड मार्केट में बड़ा उछाल आएगा। जिसका असर बजट के पहले दिन ही गोल्ड प्राइज में एक हजार की आई कमी से दिखने को मिल गया है।

अभय अग्रवाल, ओनर, ट्रूसो

कस्टम ड्यूटी घटने से जहां मार्केट में सोना खरीदने वालों की संख्या बढ़ेगी। वहीं इसकी भागती कीमत भी कंट्रोल होगी। जो रेट होगा वह स्थिर हो जाएगा। इसके साथ ही सरकार के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी।

संतोष अग्रवाल, ओनर, हरे कृष्ण ज्वेलर्स

लॉकडाउन के बाद से ही बनारसी साड़ी कोरोबार पूरी तरह से प्रभावित है। फाइनेंस मिनिस्टर ने इस बजट में साड़ी कारोबार को बूस्टअप देने के बजाए कस्टम ड्यूटी बढ़ाकर और भी गर्ध में धकेल दिया है।

इशरत उस्मानी, बनारसी साड़ी कारोबारी

सिल्क की साडि़यां बननी बंद हो गई हैं। लैनीन स्टैपल और लैनीन कॉटन का रेट तो बढ़ता ही जा रहा था अब और बढ़ेगा। यह बजट कमजोर हो रहे बनारसी साड़ी कारोबार को और कमजोर करेगा। हमें टेक्सटाइल पार्क बाद में पहले इसे बचाने वाली संजीवनी चाहिए।

राजन बहल, महामंत्री, बनारसी वस्त्र उद्योग एसोसिएशन

बजट में मोबाइल रेट बढ़ने की जानकारी सभी को हो ही गई है। कस्टमर जब बढ़ोतरी की बात सुनता है तो परचेजिंग रोक देता है। अब वह इस इंतजार में रहेगा कि कोई ऑफर आए तो खरीदे, जिससे उसे कुछ तो फायदा हो सके।

अनुभव मिश्रा, एडवांस आईटी व‌र्ल्ड

सरकार मोबाइल पर पहले ही जीएसटी को 12 से बढ़ाकर 18 कर चुकी है। मोबाइल अब जरूरी वस्तुओं में शामिल हो चुका है। अगर मोबाइल का रेट बढ़ाना ही था तो 50 हजार से ऊपर वाले का करना चाहिए था। इससे लो और मध्यम वर्ग पर असर पड़ेगा।

हरिश, श्री इंफोटेक