-सिटी कमांड सेंटर से जुड़ेंगे थाने, आपराधिक वारदातों की रोकथाम के लिए फैसला

-पिछले कई घटनाओं में बदमाशों तक पहुंचने में पुलिस को नहीं मिल पाई सफलता

अब तक सिर्फ टै्रफिक चालान करने वाले सिटी कमांड सेंटर से शहर के थानों को भी जोड़ा जाएगा। शहर में बढ़ रही आपराधिक वारदातों की रोकथाम और हर संदिग्ध गतिविधियों पर सिटी कमांड सेंटर से पुलिस नजर रखेगी। पिछले दिनों सुरक्षा व कानून व्यवस्था की समीक्षा मीटिंग लेने पहुंचे प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने यह आदेश दिया है। उनका कहना है कि सिटी कमांड सेंटर सिर्फ चालान करने के लिए नहीं है। इससे शहर के थानों को भी जोड़ा जाए। क्राइम करके भाग रहे बदमाशों को कमांड सेंटर से चिह्नित कर उन्हें तलाशने में सहायक साबित हो न कि सिर्फ वाहनों का चालान काटने पर ही निर्भर हो। प्रमुख सचिव के इस आदेश को मानते हुए सभी थानों को सिटी कमांड सेंटर से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

कैमरे की जद में 182 प्वाइंट

सिटी कमांड सेंटर से शहर के 182 प्वाइंट को कवर किया गया है। कैमरे से हर समय इन स्थानों की निगरानी की जा रही है। हालांकि अब तक सिर्फ यातायात नियम तोड़ने वाले वाहनों पर ही सिटी कमांड सेंटर से नजर रखी जा रही थी लेकिन इसके मूल कार्यो को प्रमुख सचिव ने कमांड सेंटर के अधिकारियों सहित जिले के आलाधिकारियों से भी अवगत कराया। तर्क दिया कि यह सिटी को कमांड करने के लिए खोला गया है जैसे कूड़ा करकट फेंकने वालों और अपराध कर भाग रहे बदमाशों को चिह्नित कर उन्हें पकड़वाने में मददगार हो।

थानेदार लैपटाप से देखेंगे शहर

सिटी कमांड सेंटर से सभी थानों को जोड़ा जा रहा है। संबंधित थानेदार अपने-अपने एरिया में होने वाली घटनाओं को कमांड सेंटर के जरिए अपने लैपटाप पर देख सकेंगे। पल-पल की निगरानी रखने के साथ ही क्राइम कर भाग रहे बदमाशों के बारे में भी अन्य थानों को सूचित भी कर सकते है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि पिछली कई हत्या जैसे वारदातों में पुलिस को सीसीटीवी से कोई मदद नहीं मिली है।

सिटी कमांड सेंटर से ही पूरे शहर को कमांड करने पर जोर है। तय किया गया है कि शहर के सभी थानों को कमांड सेंटर से लैस किया जाए।

विजय सिंह मीणा, आईजी रेंज