- लापरवाह पुलिसकर्मियों पर सख्त हुए पुलिस

- कमिश्नर ने फाइल खोलने के दिए आदेश

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पुलिसकर्मियों के खिलाफ पुलिस कमिश्नर ने की कार्रवाई

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दिन या उससे अधिक समय से बिना सूचना के लापता रहने वालों की अब खैर नहीं

जिस खाकी पर आम जनता भरोसा जताती है, वही खाकी विभाग के प्रति भरोसमंद साबित नहीं हो रही है। लापता लोगों की तलाश करने वाली पुलिस खुद के साथ के गायब होने का पता नहीं लगा पा रही है। कमिश्नरेट होने के बाद व्यवस्थाएं बदली और कार्य करने का तरीका भी बदला, लेकिन अभी भी कुछ ऐसे पुलिसकर्मी हैं जो उसे पुराने ढर्रे पर काम करते नजर आ रहे हैं। अपनी मर्जी के मालिक बने हुए हैं। पिछले 15 दिन या उससे अधिक समय से बिना किसी सूचना के लापता रहने वालों ऐसे लापरवाह पुलिसकर्मी की अब खैर नहीं है। वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के 16 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई पुलिस कमिश्नर ने की है। यहां तक के उनकी फाइल भी अब खुलने जा रही है।

इनपर हुई कार्रवाई

पुलिस कमिश्नर ए। सतीश गणेश ने आदमपुर, लंका, भेलुपर, दशाश्वमेघ, कैंट, कोतवाली, आदमपुर, मंडुआडीह के अलावा ट्रैफिक, अभिसूचना, ज्ञानवापी सुरक्षा के 16 आरक्षी और मुख्य आरक्षी को निलंबित किया। यह सभी ऐसे हैं जो कुछ माह पूर्व छुट्टी लेकर घर गए और तभी से बिना सूचना गैरहाजिर चल रहे हैं। पुलिस कमिश्नर की इस बड़ी कार्रवाई के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

केस-1

कैंट थाने पर तैनात आरक्षी राम अवतार राव 20 नवंबर 2020 को थाने से छुट्टी लेकर घर गए। पैरालाइसिस रोग से वो ग्रसित चल रहे हैं। वे 31 जुलाई को ही सेवानिवृत हो रहे हैं। उनके परिजनों से किसी अन्य माध्यम से वार्ता की गई तो पता चला कि उनकी तबियत ठीक नहीं चल रही है। वो बेड पर ही पड़े रहते हैं।

केस-2

कोतवाली विपिन कुमार 23 अप्रैल 2021 से छुट्टी पर हैं। कोतवाली प्रभारी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि उस समय उनको चोट लग गई थी, इसकी वजह से वो घर चले गए थे। जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने उनके रिश्तेदारों के माध्यम से विपिन के बारे में पता लगाया तो पता चला कि अभी वे पूरी तरह से स्वस्थ्य नहीं हुए हैं।

कोई भी नौकरी या संस्थान अनुशासन से चलता है। कहां जा रहे हैं और कितने दिनों के लिए जा रहे हैं और यदि उससे आगे की छुट्टी लेनी है तो अपने से ऊपर के अधिकारियों को इस बात की जानकारी देनी जिम्मेदारी और कर्तव्य भी है। लेकिन इन लोगों ने अपने ऊपर किसी को भी कोई जानकारी नहीं दी। पुलिस कमिश्नर ने जिन 16 लोगों पर कार्रवाई की है वे अनुशासनहीनता की श्रेणी में आते हैं।

पुलिसकर्मियों की सूची तलब की

पुलिस कमिश्नर ए। सतीश गणेश ने शुक्रवार को साप्ताहिक परेड के बाद बगैर सूचना गायब रहने वाले पुलिसकर्मियों की सूची तलब की। इस दौरान सामने आया कि 16 ऐसे पुलिसकर्मी हैं जो थाने या अपने ऊपर के अधिकारियों को बिना कोई सूचना दिए गायब हैं। यही नहीं जो पुलिस औरों के गुम होने का पता लगाती है वो खुद के ही विभाग के लोगों के गायब होने का पता नहीं लगा सकी, जबकि उनके पास पूरा ब्यौरा मौजूद है कि वे कहां क रहने वाले हैं, किस थाने में उनका घर है और उनके परिवार में कौन कौन से सदस्य हैं। या यूं कहें कि वे किस दशा में हैं पुलिस यह पता लगाने का प्रयास भी नहीं की।

लापरवाह पुलिसकर्मियों पर संदेह

कमिश्नरेट होने के बाद जिस तरह से आम जनता पर विश्वास जताया है वह शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। उसी प्रकार से अपने पुलिसकर्मियों की पीड़ा को सुनने के लिए जो उन्होंने पहल की वह भी सामने है। थाने स्तर पर एसआई, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल यहां तक के होमगार्ड को क्या परेशानी है उनकी बातों को सुना जा रहा है। इसके बाद भी इस तरह के कृत्य कहीं न कहीं लापरवाह पुलिसकर्मियों पर संदेह खड़े कर रहे हैं।

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इनपर हुई कार्रवाई और इतने दिनों से हैं लापता

::: कोट :::

पुलिस विभाग में अनुशासन का पाठ बखूबी पढ़ाया जाता है। ट्रेनिंग से लेकर ड्यूटी तक में अनुशासन का ध्यान रखना होता है। लापरवाही पर दंड भी दिया जाता है तो बेहतर कार्य करने पर शाबासी भी दी जाती है। कुछ लापरवाह लोग बगैर किसी सूचना के लापता हैं जो अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है, जिसके लिए उनपर कार्रवाई की गई है। इसके बाद उनकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। किसी भी कीमत पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

ए। सतीश गणेश, पुलिस कमिश्नर वाराणसी कमिश्नरेट