- ढिठोरी महाल के 40 घरों में दो महीने से नहीं आ रहा पानी

- जलकल विभाग से शिकायत करने के बाद भी समस्या का नहीं हुआ समाधान

03 महीने से लोग बिना पानी के ही गुजर-बसर कर रहे हैं

01 हैंड पम्प है, लेकिन उससे दूषित पानी ही आता है

100 मीटर दूर दूसरी गली से पानी लाकर अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं लोग

नगर आयुक्त आवास से मात्र दो सौ कदम दूर ढिठोरी महाल के करीब 30 से 40 घरों में जलापूर्ति नहीं हो रही है। तीन महीने से लोग बिना पानी के ही गुजर बसर कर रहे हैं। एक हैंड पम्प है, लेकिन उससे दूषित पानी आ रहा है। प्यास बुझाने के लिए हर दिन लोगों को सौ मीटर दूर दूसरी गली से पानी लाना पड़ रहा है। इस संबंध में स्थानीय लोगों ने जलकल विभाग से शिकायत की, नगर निगम की वेबसाइट पर ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन समस्या का निस्तारण नहीं हुआ।

दो वार्डो में फंसा मुहल्ला

शीतला माता मंदिर के सामने वाली गली में मस्जिद तक सिकरौल वार्ड पड़ता है। इसके आगे का क्षेत्र ढिठोरी महाल में आता है। करीब तीन माह पहले सिकरौल पार्षद दिनेश यादव ने नई सीवर लाइन के साथ पेयजल की पाइप बिछवाई। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब से यह नई लाइन डाली है, तभी से यह समस्या पैदा हुई है, जबकि नई लाइन आगे तक पास हुआ था। सिकरौल पार्षद के अनुसार हमारा वार्ड मस्जिद तक ही है। आगे दूसरा वार्ड पड़ता है, हम तो अपने वार्ड में काम करा सकते हैं।

दूसरी गली के भरोसे चल रही जिंदगी

शीतला माता मंदिर के सामने वाली गली में करीब 40 घरों के लोगों की जिंदगी दूसरी गली के भरोसे चल रही है। हर दिन सुबह-शाम पानी के लिए इन घरों के लोग बाल्टी लेकर निकल पड़ते हैं। करीब तीन महीने से यह सिलसिला चल रहा है। लोगों का कहना है कि दूसरी गली के लोग बहुत अच्छे हैं कि पानी दे दे रहे हैं, जबकि कोरोना काल में सामाजिक दूरी बहुत जरूरी है, ऐसे में अगर हम इसे फॉलो करेंगे तो प्यास से ही मर जाएंगे।

::: कोट :::

जलकल विभाग की लापरवाही का दंश हम लोग झेल रहे हैं। इस संबंध कई बार शिकायत की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जबकि मैंने स्वयं नगर आयुक्त साहब के आवास पर जाकर इसकी शिकायत की थी।

-एमएस खान

सुबह उठते ही पानी के लिए जद्दोजहद शुरू हो जाती है। करीब तीन महीने से हम लोगों की जिंदगी बदतर हो गई है। कहने को यह पीएम का संसदीय क्षेत्र है, लेकिन व्यवस्था पहले से भी ज्यादा बदतर हो गई है।

-यूनुस खान

पानी की आपूर्ति नहीं होने के कारण कई बार तो बिना स्नान किए ही हम ड्यूटी पर निकल जाते हैं। खाना बनाने और बर्तन धोने के लिए हर दिन दूसरी गली से दो-चार बाल्टी पानी ले आते हैं, जबकि पानी के लिए जार का पानी मंगाते हैं।

-आफताब खान

करीब तीन महीने से हम लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। इस समस्या को लेकर जलकल के अधिकारी से बात की तो वह कहते हैं कि यह समस्या आपकी है, मेरी नहीं है। बहुत जल्दी है तो बोरिंग कर लीजिए।

-सलमान खान

इस गंभीर समस्या के बीच ही पूरा रोजा निकल गया, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। हालांकि जलकल विभाग से शिकायत करने पर रात में कभी-कभी पानी आता है, लेकिन वह भी काफी गंदा रहता है।

-सलीम अहमद

क्षेत्र में मात्र एक ही हैंडपम्प है, उस पर ही अधिकांश जनता आश्रित हैं। पीने के पानी के लिए हैंडपम्प में लाइन लगती है। अगर यह खराब हो गया तो क्षेत्रवासी बूंद-बूंद पानी के लिए तरस जाएंगे।

-आसिफ खान

जब नई सीवर लाइन पड़ रही थी तो इस मोहल्ले के लोगों ने इसका विरोध किया था। इसी को देखते हुए नई पेयजल पाइप लाइन मस्जिद तक ही डाली गई है, वही तक मेरा क्षेत्र भी है। आगे दूसरा वार्ड लगता है।

-दिनेश यादव, पार्षद सिकरौल