- विश्वनाथ मंदिर की गली में बम होने की सूचना ने सुरक्षा एजेंसियों व पुलिस के उड़ाए होश

-इंफॉर्मेशन मिलने के दौरन मोदी डीरेका में थे मौजूद, चार घंटे तक पूरे इलाके में की गई सघन जांच

-नहीं मिला कुछ तब जाकर सुरक्षाकर्मियों ने ली राहत की सांस

VARANASI : गुरुवार को जिस समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डीरेका ग्राउंड में लोगों को संबोधित कर रहे थे उसी वक्त बाबा धाम में बम होने की मिली खबर ने सुरक्षा एजेंसियों व पुलिस केहोश उड़ा दिए। इसके बाद तो तुरंत काशी विश्वनाथ मंदिर समेत आसपास के इलाके में हाई अलर्ट डिक्लेयर कर सघन जांच शुरू कर दी गई।

IB को मिली थी सूचना

गुरुवार को आईबी को यह सूचना मिली थी कि किसी ने काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में टाइम बम सेट कर दिया है। दरअसल प्रधानमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर खुफिया टीम ने अपने मुखबिरों को कैंट रेलवे स्टेशन पर पहले से ही लगा रखा था। इस बीच एक मुखबिर ने अपने पास खड़े दो युवकों के मुख से विश्वनाथ मंदिर में बम रखे जाने की बात सुनी। इतना सुनते ही उसने खुफिया अधिकारियों को सूचना दी। बम रखे जाने की बात सामने आते ही खुफिया तंत्र एक्टिव हो गया। एसएसपी व डीएम को भी इस सूचना से अवगत कराया गया। प्रधानमंत्री की डीरेका में मौजूदगी के बीच बम की सूचना मिले पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसएसपी के आदेश पर एसपी प्रोटोकाल डीपीएन पांडेय मंदिर परिसर में पहुंच गए। उधर प्रधानमंत्री की सुरक्षा में डीरेका में मौजूद बम डिस्पोजल दस्ता के प्रभारी हरिश्चंद्र तिवारी भी तत्काल अपनी टीम के साथ यहां आ पहुंचे।

शुरू हुई पड़ताल

जांच टीम के पहुंचते ही विश्वनाथ मंदिर एरिया में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया। इसके बाद रेड जोन से सभी श्रद्धालुओं को बाहर निकालने के बाद गर्भगृह की जांच की गई। गर्भगृह के बाद मंदिर क्षेत्र का कोना कोना खंगाला गया। पानी टंकी, कैश बॉक्स से लेकर श्रृंगार कक्ष तक की गहन जांच की गई। अन्नपूर्णा मंदिर में भी सुरक्षाकर्मियों ने पड़ताल की। रेड जोन का चप्पा-चप्पा तलाशने के बाद यलो जोन में सुरक्षाकर्मियों ने उन सभी दुकानदारों के यहां तलाशी कराई जिनके यहां लॉकर की सुविधा है। दुकानदारों को आगाह किया गया कि सामान की जांच किए बगैर उसे लॉकर में न रखें। देर शाम तक तलाशी अभियान के बाद जब कुछ नहीं मिला तब सुरक्षाकर्मियों ने राहत की सांस ली।