-सुरक्षा समेत विकास का खाका खींचने केंद्रीय गृह सचिव पहुंचे बनारस

-अधिकारियों ने समीक्षा बैठक में पावर प्रेजेंटेशन के जरिए दी जानकारी

VARANASI : काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा चुस्त करने के साथ विकास का खाका खींचने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी बुधवार को म्यांमार से काशी पहुंचे। स्थानीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। विश्वनाथ मंदिर के सुरक्षा इंतजाम और प्रस्तावित योजनाओं के बाबत जानकारी ली।

पावर प्रजेंटेशन से जाना हाल

केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी

एयरपोर्ट से छावनी क्षेत्र स्थित एक होटल में पहुंचे। थोड़ी देर आराम के बाद सीधे कमिश्नरी पहुंचे। अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में

एसपी ग्रामीण एके पांडेय ने पॉवर प्रेजेंटेशन के जरिए काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा-व्यवस्था और उसमें इस्तेमाल होने वाले उपकरणों के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही विस्तारीकरण की योजनाओं को भी विस्तार से बताया। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में बनने वाले अत्याधुनिक कंट्रोल रूम, ड्रोन कैमरों से निगरानी, नई तकनीक वाले मूविंग सीसी कैमरों समेत सुरक्षाकर्मियों को अत्याधुनिक कैमरों से लैस करने के प्रस्ताव को लेकर भी चर्चा हुई।

खुद जांची हकीकत

अधिकारियों के साथ मीटिंग के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र की वास्तविकता जानने के लिए केंद्रीय गृह सचिव विश्वनाथ मंदिर के लिए रवाना हुए। मंदिर पहुंचकर दर्शन-पूजन किया। इसके बाद मंदिर परिक्षेत्र का भौतिक सत्यापन किया। इस दौरान यलो जोन में एक बैंक के बाहर बैठे सुरक्षाकर्मियों को देखकर चौंक पड़े। डीएम ने बताया कि परिक्षेत्र को रेड और यलो जोन में बांटा गया है। उक्त बैंक यलो जोन में आता है। इस दौरान परिक्षेत्र में मौजूद भवनों, सुरक्षा के मोर्चे, बंकर समेत अन्य सुरक्षा बिंदुओं की गहनता से जांच की।

वीआईपी सुरक्षा पर हुए गंभीर

केंद्रीय गृह सचिव राजेंद्र प्रसाद घाट पहुंचे। मंदिर की ओर जाने वाले रास्तों को देखने के साथ गंगापार होने वाली गतिविधियों पूछा। गंगा आरती देखने के दौरान केंद्रीय गृह सचिव ने श्रद्धालुओं व विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर चर्चा की। अनिल गोस्वामी ने कमिश्नरी में समीक्षा बैठक के दौरान डीएम और एसएसपी से प्रधानमंत्री की सुरक्षा के बाबत पूछताछ की। केंद्रीय गृह सचिव ने अधिकारियों से कहा कि काशी में वीवीआइपी की सुरक्षा गंभीर मसला है। प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने की वजह से काशी में वीवीआईपी के साथ ही दुनिया भर से बड़े कारोबारी, कंपनी के सीईओ समेत गैर मुल्कों के मंत्री, राजदूत व अन्य का आना-जाना लगा रहेगा। ऐसे में उनकी सुरक्षा महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ख्9 नवंबर को काशी आ रहे हैं। मीटिंग के दौरान केंद्रीय गृह सचिव ने राष्ट्रपति की सुरक्षा-व्यवस्था के बाबत हो रही तैयारियों की जानकारी ली।