वाराणसी (ब्यूरो)। नगर आयुक्त ने राजस्व वसूली पर विशेष फोकस किया है। जोनवार राजस्व वसूली की लगावार समीक्षा भी हो रही है। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके द्विवेदी के अनुसार पांचों जोन में 66 करोड़ रुपये वसूली का लक्ष्य है, लेकिन अब तक सिर्फ 35 करोड़ रुपये राजस्व आया है। बाकी 31 करोड़ को लेकर लगातार अभियान चलाकर वसूली की जा रही है।

अक्टूबर में रिकार्ड 3.22 करोड़ की वसूली
गृहकर वसूली में नगर आयुक्त प्रणय सिंह की सख्ती का असर अब राजस्व पर दिखने लगा है। अब तक सभी रिकार्ड को पीछे छोड़ते हुए नगर निगम ने अक्टूबर में 3 करोड़ 22 लाख की वसूली की है। इससे पहले वित्तीय वर्ष 2021-22 में 2.19 करोड़, 2020-21 में 2.22 करोड़, 2019-20 में 2.8 करोड़, 2018-19 में 1.37 करोड़ की वसूली अक्टूबर माह में हुई है, जबकि शासन से तय लक्ष्य 2019 के बाद 60 करोड़ ही रहा है, जो चालू वित्तीय वर्ष में भी लागू है। राजस्व वसूली में लापरवाही पर नगर आयुक्त ने पांचों जोन के एक-एक कर निरीक्षकों से स्पष्टीकरण तलब करते हुए तय लक्ष्य का 50 प्रतिशत वसूली सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था, नतीजतन वसूली का ग्राफ बढ़ गया।

50 लोगों पर दो करोड़ का बकाया
नगर निगम ने पांच जोनों में ऐसे 50 लोगों पर दो करोड़ से अधिक का बकाया है। नगर आयुक्त ने सख्त निर्देश दिया है कि बड़े बकायेदारों की फाइलों को इस तरह दुरुस्त करें कि कार्रवाई के दौरान उसमें किसी तरह की कोई अड़चन न आए। सभी जोनल अधिकारियों और कर अधीक्षकों से बकाएदारों की फाइलों को गहनता से अध्ययन कर उसे पूर्ण करते हुए फाइल मांगी गई है। ऐसे 50 बकायेदारों को दीपावली के बाद निगम प्रशासन बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है।

पीके द्विवेदी, कर निर्धारण अधिकारी कहते हैं
हाउस टैक्स जमा नहीं करने वाले बड़े बकायेदारों को नोटिस भेजा है। बकाया नहीं जमा करने पर दीपावली के बाद मकान कुर्क और सीज की कार्रवाई की जाएगी।