वाराणसी (ब्यूरो)। बिजली विभाग ने व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया है। जहां बिजली चोरी पर लगाम कसी जाएगी, वहीं घर का लोड बढ़ाने पर खुद ही बिजली चली जाएगी। यही नहीं अगर उपभोक्ता मीटर के साथ छेड़छाड़ करने का भी प्रयास करेगा तो अपने आप घर की बत्ती गुल हो जाएगी। दरअसल, बिजली विभाग इस माह के तीसरे सप्ताह से शहर को 4जी स्मार्ट प्रीपेड मीटर की सौगात देने वाला है। पहले चरण में यह स्मार्ट मीटर दोनों सर्किल के शहरी सीमा में लगाए जाएंगे। अबकी बार लगने वाले स्मार्ट मीटर की खासियत होगी कि कोई भी उपभोक्ता सेक्शन लोड से ज्यादा बिजली को कंज्यूम नहीं कर सकेगा.
एमसीडी से लैस होगा मीटर
बिजली विभाग की तरफ से शहरवासियों को जिस स्मार्ट मीटर की सौगात मिलने वाली है वह पूरी तरीके से एमसीडी से लैस होगी। अधिकारियों का कहना है कि एमसीडी मीटर के अंदर इनबिल्ट होगी, जिसके साथ कोई भी छेड़छाड़ नहीं कर सकेगा। एमसीडी लगे होने के कारण उपभोक्ता जितने किलोवाट का लोड सेंक्शन करवाया होगा, उतने ही किलोवाट को वह यूज कर पायेगा। सेंक्शन लोड से ज्यादा बिजली कंज्यूम करने पर उसके घर कि बत्ती अपने आप ही गुल हो जायेगी.
टेक्निकल साफ्टवेयर
बिजली ïिवभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार का स्मार्ट मीटर पूरी तरीके से टेक्निकल साफ्टवेयर पर आधारित होगा, जो पल-पल मीटर की अपडेट विभाग के बिजली घर को सूचित करता रहेगा। इसके लिए हर मीटर का अपना एक यूनिक कोड नंबर होगा, जिसके आधार पर वह कंज्यूम रीडिंग के साथ-साथ अन्य फाल्ट की भी अपडेट सीधे बिजली घर को देगा। यहां तक कि इस मीटर में खास फीचर होगा कि यदि मीटर को टैम्पर करना चाहेगा तो यह डायरेक्टली अलार्म को बजाते हुए बिजली घर को इंफार्म करेगा और उपभोक्ता के घर की बिजली को अपने आप काट देगा.
ट्रांसफार्मर की बढ़ेगी लाइफ
आम तौर पर बिजली विभाग के ट्रांसफार्मर गर्मी के दिनों में ज्यादा लोड के कारण जलते हैं। लोग अपने सेंक्शन लोड को बढ़वाते नहीं है और ज्यादा बिजली कंज्यूम करते हैं, जिसके कारण ट्रांसफार्मर फुंक जाते हंै। इस बारे में अधिकारियों ने दावा किया है कि जब उपभोक्ता सेंक्शन लोड से ज्यादा बिजली खर्च नहीं कर पायेगा तो उनके ट्रांसफार्मर पर लोड भी ज्यादा नहीं होगा। फुंकने और जलने की शिकायतों में कमी आयेगी। साथ ही ट्रांसफार्मर की लाइफ अपने आप ज्यादा हो जाएगी.
जितने किलोवाट का कनेक्शन उतने ही एम्पीयर की एमसीबी
बिजली विभाग के अनुसार, जितना किलोवाट उपभोक्ता का कनेक्शन होगा उतने ही एम्पीयर की वह एमसीबी को लगाएगा। विभाग के अधिकारियों का कहना था कि कभी-कभी कुछ उपभोक्ताओं को देखा गया है कि वह मिलीभगत करके किलोवाट कम रखते हैं और एमसीबी ज्यादा एम्पीयर की लगवा लेते हैं। इस कारण एमसीबी डाउन नहीं होती है और वह अंधाधुंध बिजली का खर्च कर लेते हैं.
स्मार्ट मीटर में एमसीडी इनबिल्ट होगी। साथ ही कनेक्शन के भार के अनुसार एमसीबी के एम्पीयर का चयन किया जाएगा। इसकी मदद से हम अनावश्यक बिजली खपत एवं चोरी पर लगाम लगा सकेंगे.
दीपक अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता, मंडल द्वितीय