-वीडीए वीसी की संस्तुति पर शासन स्तर से हुई कार्रवाई

-बिना बताए शहर में निकली थीं वीसी तो मिले थे 105 अवैध निर्माण

शहर के कई इलाकों में पिछले एक सप्ताह में वीडीए वीसी ने निरीक्षण किया था। इस दौरान कई वार्डो में भवन निर्माण दिखा। इस उन्होंने वार्ड वार भवन निर्माण की जांच कराई तो पता चला कि अवर अभियंताओं की शह पर शहर में अवैध निर्माण का खेल चल रहा है। इसे गंभीरता से लेते हुए वीडीए वीसी ने गुरुवार को दो अवर अभियंता निलंबित कर दिए गए। हालांकि यह कार्रवाई शासन स्तर से हुई है, जिसकी संस्तुति वीसी ईशा दुहन ने की थी। इस कार्रवाई से वीडीए में खलबली मची है।

मिले थे 105 अवैध निर्माण

भ्रष्टाचार को लेकर सख्त हुई प्रदेश सरकार ने जीरो टालरेंस की नीति अपनाई है। इसी नीति के तहत धनउगाही में लिप्त दो सहायक अभियंताओं का निलंबन किया गया है। कार्रवाई की जद में आए अभियंताओं का नाम आनंद कुमार अस्थाना और रामचंद्र यादव हैं। आनंद कुमार अस्थाना की नगवां वार्ड में तैनाती थी। अवैध निर्माण की शिकायत मिलने पर ईशा दुहन ने खुद मौके पर जाकर जब चेक किया तो 105 अवैध निर्माण होते मिले। इन अवैध निर्माण कार्यो की फोटो खींची और कमेटी बनाकर जांच कराई। चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। धनउगाही कर अवैध निर्माण होने की पुष्टि हुई। इसके बाद उपाध्यक्ष ने स्पष्टीकरण तलब किया। आरोपित अभियंताओं का जवाब संतोषजनक नहीं था जिसके बाद निलंबन की कार्रवाई की संस्तुति करते हुए रिपोर्ट शासन को भेज दी गई।

फोन पर रुपये मांग रहे थे रामचंद्र

दशाश्वमेध वार्ड में तैनात एई रामचंद्र यादव के खिलाफ फोन पर 25 हजार रुपये मांगने का आरोप है। एक साल पहले आडियो वायरल होने के बाद तत्कालीन उपाध्यक्ष ने इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी थी। वार्ड में तैनाती के दौरान कई नक्शों को कायदे-कानून को ताख पर रखते हुए पास किए गए। इसकी शिकायत के बाद उपाध्यक्ष ने यह भी रिपोर्ट शासन को भेज दी जहां से निलंबन का आदेश जारी हुआ।

दो अवर अभियंताओं के कार्य से वाराणसी विकास प्राधिकरण की छवि धूमिल हो रही थी। स्थानीय स्तर पर जांच में आरोप सही पाए गए जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी गई। इसके बाद दोनों का निलंबन आदेश जारी हुआ।

-ईशा दुहन, वीसी-वीडीए