वाराणसी (ब्यूरो)बनारस मॉडल में सालों से उपेक्षित हेल्थ सेक्टर की व्यवस्थाएं अब बेपटरी होनी लगी हैइसका खामियाजा आम पब्लिक को भुगतना पड़ रहा हैकबीरचौरा स्थित मंडलीय चिकित्सालय परिसर में स्थित राजकीय महिला चिकित्सालय पहले से ही डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा हैऐसे में रोजाना 300 से अधिक महिला पेशेंट के इलाज कराने के लिए पहुंचने से व्यवस्थाएं चरमराने लगी हैंभीड़ अधिक होने से गर्भवती महिलाओं के लगाए जाने वाली वैक्सीन मशीन खराब होने से पेशेंटों को घंटों परेशान होना पड़ रहा हैवहीं, अस्पताल को एक पैथोलॉजिस्ट, एक एस्थेनिटिस्ट, सात गायनोकालाजिस्ट और चार सिस्टर्स की दरकार हैदैनिक जागरण की रियलिटी चेक में कई परेशानियां उजागर हुईपेश है रिपोर्ट.
केबिन से लेकर गेट तक लाइन
राजकीय महिला चिकित्सालय में बुधवार को सुबह से इलाज कराने पहुंची महिलाओं की लंबी कतार लगी रहीइस लाइन में कई दर्जन गर्भवती महिलाएं भी रहीपर्ची कटाने के बाद डॉक्टर के केबिन तक अपनी बारी का इंतजार करते हुए पहुंचना इन महिलाओं के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं रहा.
बैठने की उचित व्यवस्था नहीं
महिला अस्पताल परिसर में रोजाना पेशेंटों की भीड़ उमड़ रही हैपांडेयपुर से इलाज कराने आए कमल अपने नवजात शिशु को लेकर पत्थर की सीढिय़ों पर बैठे मिलेकमल ने बताया कि बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं हैदो-तीन मल्टी सीटर चेयर हैैं और यहां 300 से अधिक पेशेंट और तकरीबन इतने ही तीमारदारों की भीड़ हैबताइये, ये लोग कहां जाएंगे? मैैं भी एक घंटे खड़े रहने के बाद यहां सीढिय़ों पर बैठ गया हूं.
तंग और उमस में बेहाल
पर्ची कटाने के बाद महिला पेशेंटों की डॉक्टरों के केबिन तक पहुंचना आसान नहीं हैऐसे में किसी पेशेंट की तबियत अधिक खराब है तो तीमारदार को अधिक भागदौड़ और गार्ड आदि से मिन्नतें करनी पड़ती हैबाहर गेट से डॉक्टर के केबिन तक जाने के लिए एक तंग गली हैइसमें पर्यात फैन और रोशनी की व्यवस्था नाकाफी हैइससे घंटों लाइन में खड़ी महिलाओं को गर्मी और उमस से परेशान होना पड़ता है.
जवाब दे जाती है मशीन
एक घंटे से अधिक समय से लाइन में खड़ी कोनिया की सोनिया ने बताया कि अस्पताल में इलाज कराने आईं अधिकतर महिलाएं गर्भवती होती हैैंइनको नियमानुसार नौ महीने के अंदर कई टीके लगवाने पड़ते हैैंघंटों लाइन में खड़े होने के बाद मेरी बारी आई तो स्टाफ ने बताया कि वेक्सिनेशन की मशीन खराब हैउसने मुझे टीका लगाने के लिए मंडलीय अस्पताल में भेजायहां कहा गया कि पर्ची पर लिखवा कर लाइयेअब आप ही बताइये कि मैैं दिनभर यहां से वहां चक्कर काटती रहूंबहुत अव्यवस्था हैसुधार होना चाहिए.
आंकड़ों पर एक नजर 
राजकीय महिला अस्पताल में रोजाना मरीज- 300
कुल पद - 23
मौजूद डॉक्टर -10
रिक्त डॉक्टरों के पद - 09
रिक्त नर्स के पद - 04
मैैं मरीज के साथ आई हूंउसे पसली में दर्द हैवह डॉक्टर को दिखाने के लिए लाइन में खड़ी हैयहां बहुत अव्यवस्था हैजल्द से जल्द सुधार होना किया जाना चाहिए.
तबस्सुम, नक्खीघाट
मैैं सुबह से लाइन में खड़ी थीजब बारी आई तो स्टाफ ने बताया कि मशीन खराब हो गई हैअब फिर से इस गर्मी और उमस में लाइन में खड़ा होना पड़ रहा हैआखिर कब सुधरेगी व्यवस्था.
सोनिया, कोनिया
अस्पताल में सात महिला डॉक्टरों की कमी हैमौसम बदलने की वजह से इन दिनों पेशेंटों की संख्या में इजाफा हुआ हैमशीन को ठीक कराने, बैठने, रोशनी और फैन की व्यवस्था के लिए निर्देश दिए गए हैैं.
डॉ एके श्रीवास्तव, एसआईसी, राजकीय महिला अस्पताल