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- शंख बजाने के हैं कई फायदे, फेफड़े रहेंगे स्वस्थ

भारतीय परंपरा में शंख का अपना महत्व है। रोजाना शंख बजाने के कई स्वास्थ्यगत फायदे भी हैं। कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने में शंख की अहम भूमिका साबित हो रही है। कोरोना मुक्त काशी योग ऑनलाइन अभियान में शंख की उपयोगिता बताई जा रही है।

योगाचार्य बब्बन तिवारी ने बताया कि रोजाना शंख बजाने से गुदाशय की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। शंख बजाना पेट, छाती और गर्दन की मांसपेशियों के लिए काफी बेहतर साबित होता है। यही नहीं शंख बजाने से श्वांस लेने की क्षमता में सुधार होता है। इससे हमारी थायरॉयड ग्रंथियों और स्वरयंत्र का व्यायाम होता है और बोलने से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्याओं को ठीक करने में मदद मिलती है।

तनाव को दूर करता है शंख-

उन्होंने बताया कि शंख में 100 प्रतिशत कैल्शियम होता है। शंख बजाने से तनाव भी दूर होता है। क्योंकि शंख बजाते समय दिमाग से सारे विकार चले जाते है। इससे घर के अंदर की नकारात्मक शक्तियां भी दूर रहती हैं। शंख बजाकर दिल के दौरे से भी बच सकते हैं। नियमित रूप से शंख बजाने वाले को कभी हार्ट अटैक नहीं आता है। शंख बजाने से योग की तीन क्रियाएं कुम्भक, रेचक, प्राणायाम एक साथ होती हैं।

फेफड़ों के रोग करें खत्म

योगाचार्य बब्बन तिवारी ने बताया कि शंख बजाने से चेहरे, श्वसन प्रणाली, श्रवण तंत्र तथा फेफड़ों की बहुत एक्सरसाइज होती है। हर रोज शंख बजाने वाले लोगों को गले और फेफड़ों के रोग नहीं होते। इससे स्मरण शक्ति भी बढ़ती है।

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वैज्ञानिक भी मानते हैं कि शंख फूंकने से उसकी ध्वनि जहां तक जाती है, वहां तक के अनेक बीमारियों के कीटाणु ध्वनि-स्पंदन से मूíछत हो जाते हैं या नष्ट हो जाते हैं। यदि रोज शंख बजाया जाए, तो वातावरण कीटाणुओं से मुक्त हो सकता है। शंखध्वनि पर अनुसंधान कर यह पाया कि इसकी तरंगें बैक्टीरिया तथा अन्य रोगाणुओं को नष्ट करने के लिए उत्तम व सस्ती औषधि हैं। रोजाना सुबह-शाम शंख बजाने से वायुमंडल कीटाणुओं से मुक्त हो जाता है।