- मारपीट और बलवा की धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपियों को थाने से ही दे दी जमानत

- भुक्तभोगी ने घटना की वीडियो क्लिप दिखाकर एसएसपी से लगाई थी गुहार

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भेलूपुर में एक जमीन विवाद के मामले में आरोपियों का साथ देने के आरोप में भेलूपुर इंस्पेक्टर के खिलाफ एसएसपी नितिन तिवारी ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने पूरे प्रकरण की जांच करने के बाद एसपी सिटी को जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है।

ये है प्रकरण

लोहता निवासी मुख्तार अहमद ने 13 फरवरी को भेलूपुर थाने में सरायनंदन निवासी विशाल चौधरी, संजय पाल सहित 10 से 15 अज्ञात के खिलाफ बलवा, मारपीट और धमकाने सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था। मुख्तार ने बताया कि वह प्रहलाद दास के यहां काम करता है। बजरडीहा स्थित उनकी जमीन पर बाउंड्री करा रहा था। इसी दौरान विशाल, संजय और उनके साथ केलोगों ने उस पर हमला बोल दिया। जान से मारने की धमकी भी दी। जिसके बाद शिकायत पर भेलूपुर इंस्पेक्टर राजीव सिंह ने आरोपियों को गिरफ्तार तो किया लेकिन थाने से ही मुचलके पर छोड़ दिया। मुख्तार ने एसएसपी को अपने साथ हुई घटना की वीडियो क्लिप दिखाकर न्याय की गुहार लगाई। एसएसपी ने भेलूपुर इंस्पेक्टर से जवाब तलब किया तो वह कुछ साफ नहीं कह सके। इस पर एसएसपी ने चार घंटे के भीतर आरोपियों की गिरफ्तार का आदेश दिया लेकिन इसका पालन नहीं हुआ। मुख्तार ने कहा, एसएसपी से शिकायत के बाद विशाल चौधरी ने कचहरी परिसर में ही उसकी पिटाई की। इसकी शिकायत उसने एसएसपी से फिर की तो उन्होंने जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया। मुख्तार ने एसएसपी को बताया कि विशाल के खिलाफ भेलूपुर थाने में पहले से ही गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। इसके बावजूद रुपये लेकर पुलिस उसकी मदद करने में लगी है। इस संबंध में एसएसपी ने बताया कि भेलूपुर इंस्पेक्टर की जांच कराई जा रही है। कोई थानेदार पीडि़त के बजाए आरोपी का साथ देगा तो लाइन हाजिर होगा। उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।