-जिला जेल में बरामद मोबाइल व सिम की जांच में कई चौंकाने वाली जानकारी आई सामने, बड़े गिरोह ने उपलब्ध कराये थे दो सिम कार्ड

-एक साथ चालू किए गए थे दोनों सिम, रात में हुई थी लंबी बात

VARANAS

जिला जेल के बैरक नंबर क्क् ए से मिले तीन मोबाइल और तीन सिम कार्ड की जांच में सामने आये फैक्ट ने क्राइम ब्रांच व पुलिस की नींद उड़ा दी है। बरामद तीनों में से दो सिम का कनेक्शन मऊ के एक बड़े गिरोह से जुड़े होने की बात सामने आई है। पुलिस सूत्रों की मानें तो इस गिरोह से जुड़े एक व्यक्ति ने ये सिमकार्ड जेल तक पहुंचाये थे। जबकि तीसरा नया सिमकार्ड लेने के बाद उससे एक दो बार बात की गई है। कॉल डिटेल से यह भी पता चला है कि तीन में से दो सिमकार्ड एक ही दिन एक्टिवेट हुए थे और उनसे रात में लंबी बातचीत हुई थी। इस खुलासे के बाद पुलिस इन सिमकार्ड से बात करने वालों की तलाश में जुट गई है ताकि कुछ और भी जानकारी हाथ लग सके।

चेतगंज से खरीदा गया था सिम

जिला जेल की एक बैरक में मोबाइल फोन का यूज होने की जानकारी मिलने पर पिछले दिनों जेल अधीक्षक ने पुलिस के साथ छापेमारी की थी। एक मोबाइल के साथ तीन सिमकार्ड बरामद हुए थे। बरामद सिमका‌र्ड्स की जांच कराई गई तो सामने आया कि एक सिमकार्ड को चेतगंज से खरीदने के बाद एक्टिवेट किया गया था। इससे कुछ देर बात की गई फिर फोन बंद कर दिया गया। इसके बाद चार जून को फिर फोन चालू हो गया लेकिन जेल का टॉवर बताने लगा। जबकि अन्य दोनों सिमका‌र्ड्स की जांच में और भी चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। इनमें से एक सिम कार्ड लंबे समय से मऊ जिले में इस्तेमाल किया जाता रहा। एक चर्चित शख्स से जुड़ा व्यक्ति इस कार्ड के जरिए बात करता था। इस सिमकार्ड की लोकेशन ख्ख् मई से जिला जेल का टॉवर बताने लगी। इसी दिन तीसरे सिमकार्ड का इस्तेमाल शुरू हुआ था। इसे पहले जो यूज करता था वह एक कुख्यात इनामी का करीबी है और वह पांडेयपुर में रहता है। फिलहाल पुलिस इस मामले में कई और तथ्य सामने लाने में जुटी है। उसके बाद ही गिरोह के सामने आये लोगों पर शिकंजा कसेगा।

पश्चिम संग पूर्वाचल का गठजोड़

जिला जेल में मोबाइल व सिमकार्ड की बरामदगी के बाद कैंट थाने में भले ही अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है लेकिन विवेचना में जो संकेत मिले हैं उसमें बरामद सिम को इस्तेमाल करने वाला पश्चिम उत्तर प्रदेश का एक कुख्यात अपराधी है। पिछले दिनों इस कुख्यात को जिला जेल भेजा गया था। माना जा रहा है कि इस अपराधी का पूर्वाचल के किसी चर्चित से पहले से संपर्क रहा है जिससे उसे स्थानीय स्तर पर सुविधाएं मुहैया कराई गई। पुलिस हाई प्रोफाइल मामला होने के नाते अभी कुछ भी कहने से बच रही है लेकिन इन सिमका‌र्ड्स के तार सफेदपोशों से भी जुड़ रहे हैं। इनके बीच फोन पर कई बार बात हुई है। सिर्फ कॉल ही नहीं गई बल्कि उधर से भी कई बार कॉल आने की बात सामने आई है।