-बवाल के बाद जिला जेल की सूरत बदलने की तैयारी

-बंदियों की ओवरक्राउडिंग खत्म करने के लिए होटल की तरह मल्टीस्टोरी बिल्डिंग की तर्ज पर खड़ी दिखेगी जेल

-डीआईजी तैयार कर रहे हैं नया प्रपोजल, जेल में सुविधाओं को और बढ़ाने पर दिया जा रहा है जोर

VARANASI

जिला जेल में हुए बवाल के बाद अब यहां की सूरत बदलने की तैयारी है। यानि अगर सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले दिनों में जिला जेल होटल की तरह मल्टीस्टोरी बिल्डिंग की तर्ज पर खड़ी दिखेगी। ये प्लैनिंग डीआईजी एसके श्रीवास्तव ने यहां हुए उपद्रव के बाद की है। उनका कहना है कि जेल में क्षमता से कहीं ज्यादा अधिक बंदियों के रखे जाने के कारण उसके विस्तारीकरण का नए सिरे से प्रपोजल बनाया जा रहा है। इसके लिए जेल की बैरकों को मल्टीस्टोरी का शक्ल देने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके साथ ही बंदियों को कोई परेशानी न हो इसके लिए सुविधाओं को और बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।

नहीं मिली जमीन इसलिए

डीआईजी का कहना है कि जिला जेल के विस्तार के लिए पहले भी कोशिश की गई लेकिन जमीन नहीं मिली। नई जेल के लिए 80 से क्00 एकड़ जमीन की जरूरत थी पर सभी तहसीलदारों ने इतनी जमीन उपलब्ध कराने से हाथ खड़े कर दिए। तब यह तय हुआ कि जेल की बैरकों को दो से तीन मंजिला किया जाए जिससे कैदियों को रहने के लिए भरपूर जगह मिल सके। इससे ओवरक्राउडिंग की समस्या से भी निजात मिलेगी। बताया कि दूसरे स्टेट्स में जेलों में बहुमंजिले बैरक काफी समय से हैं। शासन को पहले ही प्रस्ताव भेजा गया था। लेकिन जेल में मौजूदा हालात को देखते हुए प्रपोजल को अब नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। शासन से मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू करा दिया जाएगा। इसके अलावा अच्छे खाने, पीने के पानी और हेल्थ सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए भी काम शुरू होगा। खाने की क्वालिटी को चेक करने के लिए अब टीमें औचक निरीक्षण करेंगी। इसके अलावा आरओ प्लांट की क्षमता बढ़ाकर साफ पानी की सप्लाई पर भी जोर होगा।

सब कुछ होने लगा है सामान्य

जेल में बवाल के दौरान बंदियों ने जमकर उपद्रव मचाया था। सीसी कैमरों को तोड़ने के अलावा लोहे की रॉड और जेल के कई शौचालय की पाइप उखाड़ कर हथियार बना लिया था। जिससे पानी की सप्लाई ठप हो गई थी। इन सबकी मरम्मत कराई जा रही है। डीआईजी जेल का कहना है कि इस बार ये पूरा ध्यान रखा जायेगा कि किसी भी बात को लेकर असंतोष न फैले और ऐसी घटना दोबारा न हो।

क्भ् दिनों में तैयार होगी जांच रिपोर्ट

जिला जेल में हुए बवाल के बाबत जेल मुख्यालय ने इसकी विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। हालांकि ऐसे मामलों में रिपोर्ट फौरन भेजी जाती है लेकिन कोई चूक न हो इसलिए मोहलत दी गई है। साथ ही डीआइजी को निर्देश दिए गए हैं कि वह मुख्यालय से निर्देश मिलने तक बनारस के जिला जेल में ही कैंप कर नजर रखेंगे। इस बीच हाईकोर्ट में एक अधिवक्ता ने जेल में हुए बवाल की घटना को लेकर जनहित याचिका दायर की है।