-जिम संचालक और जिम प्रेमियों को डीएम के गाइडलाइन का इंतजार

-बिना गाइडलाइन के नहीं खोल सकेंगे फिटनेस सेंटर

केंद्र सरकार के आदेश के बाद आज से देशभर के फिटनेस सेंटर यानि जिम और योग सेंटर खोल रहे हैं, लेकिन बनारस में अभी जिला प्रशासन की तरफ से इन सेंटर्स को खोलने की अनुमति नहीं मिली है। इसलिए सेहत को लेकर फिक्रमंद रहने वालों को अभी थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है। इधर जिम संचालक सेंटर खोलने के लिए डीएम के आदेश और गाइडलाइन का इंतजार कर रहे हैं। संचालकों का कहना है कि भले ही केन्द्र सरकार ने पांच अगस्त से जिम खोलने की परमिशन दे दी हो, लेकिन स्थानीय प्रशासन की ओर से जब तक कोई आदेश नहंी मिलता तब तक वे खुद से जिम नहीं खोल सकते।

सेहत बनाने वालों का उत्साह ठंडा

बता दें कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद चल रहे अनलॉक थर्ड फेज सबसे बड़ा फैसला जिम और योग सेंटरों को खोलने के लिए लिया गया है। लेकिन बनारस में सेहत बनाने वाले अब भी दुखी है। दरअसल पिछले पांच महीनों से लगातार जिम और योग सेंटर बंद होने से लोग अपनी बॉडी नहीं बना पा रहे हैं। ऐसे में अनलॉक थ्री में इन्होंने पूरी उम्मीद जताई थी कि इस बार उन्हें जिम जाने का मौका मिलेगा, मगर स्थानीय जिला प्रशासन की ओर से अब तक किसी प्रकार की कोई गाइडलाइन न आने से इनका उत्साह भी ठंडा पड़ गया है।

एक तरफ जहां जिम और योगा सेंटर संचालक बेसब्री से इसे खोलने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं उनसे भी ज्यादा बेसब्री जिम प्रेमियों को इसके खुलने की बाट जोह रहे हैं। अपनी सेहत को लेकर गंभीर रहने वाले ज्यादातर जिम प्रेमियों को अब यह लगने लगा है कि बगैर योगा सेंटर और जिम के उनकी सेहत को उतना धार नहीं मिल सकता, जितने की वे उम्मीद करते हैं। माना कि कोरोना काल में बहुत सारे लोग घर में ही इक्यूपमेंट लाकर छोटा जिम तैयार किया है, मगर जानकारों की नजर में इनकी संख्या पांच परसेंट से ज्यादा नहीं है। वहीं दूसरी तरफ जिम ट्रेनर्स का कहना है कि जो चीज जिम में हो जाती है वे घरों में नहीं हो पाता। खासकर महिला जिम प्रेमियों के लिए।

किराया देने तक को पैसा नहीं

लोगों में अपनी सेहत के प्रति जागरूकता आने से जहां मोदी सरकार के फिट इंडिया अभियान को बल मिल रहा था, वहीं बड़ी संख्या में लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा हो रहे थे। लेकिन कोरोना काल में यह इंडस्ट्री पूरी तरह से ठप हो गई। लॉकडाउन से पहले बनारस में जिम और योग सेंटर एक इंडस्ट्री के रूप में तेजी से उभर रहे थे, लेकिन कोरोना महामारी ने एक झटके में सब कुछ खत्म कर दिया है। पांच माह से जिम बंद होने से अब न किसी के पास किराया देने के लिए नहीं ट्रेनर की फीस के लिए भी पैसे नहंी है। ज्यादातर जिम संचालक इसी उम्मीद के साथ है कि प्रशासन जिम खोलने की अनुमति दे तो गाड़ी पटरी पर आए।

कर रहे हैं तैयारी

भले ही जिला प्रशासन ने बनारस में जिम खोलने को लेकर अभी अनुमति नहीं दी हो, लेकिन उम्मीद के सहारे जिम खोलने को लेकर संचालकों ने तैयारियां शुरु कर दी है। जिम प्रेमियों को संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार व्यवस्था कर रहे है।

ये है जिम के लिए सरकार की गाइडलाइन

- जिम या योगा सेंटर के एंट्री प्वाइंट पर हैंड सैनिटाइजर और थर्मल स्क्रीनिंग जरूरी।

- केवल एसिम्टोमैटिक (किसी भी प्रकार का लक्षण ना दिखना) व्यक्ति को ही एंट्री।

- जिम या योग सेंटर में फेस मास्क का इस्तेमाल करना जरूरी है।

- जिम या योग सेंटर आने वाले हर व्यक्ति के मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु ऐप होना जरूरी।

- जिम या योग सेंटर में कोरोना संक्रमण से बचने की जानकारी वाले पोस्टर लगे होने चाहिए।

- इन जगहों पर ऑडियो-वीडियो के माध्यम से भी कोरोना की जानकारी दी जानी चाहिए।

- एक्सरसाइज या योग करते समय लोगों में कम से कम 6 फीट की दूरी होनी चाहिए।

- उचित दूरी और कम भीड़ बनाने के लिए अलग अलग टाइम स्लॉट में लोग बुलाना चाहिए।

- लोगों के आने और जाने की सारी जानकारी एक रजिस्टर में दर्ज होनी चाहिए।

- योग सेंटर में जूते या चप्पल सेंटर के बाहर ही उताकर अंदर एंट्री दी जाएगी।

- जिम में एयर कंडीशनर का तापमान 23-30 डिग्री के बीच रहना चाहिए।

- जिम या योग सेंटर में सोना, स्टीम बाथ या स्पा की अनुमति नहीं दी जाएगी।

भले ही देशभर के जिम खुल चुके हैं, लेकिन स्थानीय जिला प्रशासन की ओर से कोई गाइडलाइन तय न होने से यहां अभी जिम नहीं खोले जा रहे हैं। फिलहाल हम डीएम के आदेश का इंतजार कर रहे है।

ग्यासुद्दीन, जिम ट्रेनर, बॉब जिम

पांच महीने से जिम बंद है। इसकी वजह से जिम करने वालों का स्वास्थ तो बिगड़ा ही है, साथ ही उनके जिम की सेहत भी बिगड़ चुकी है। अब भी अगर जिला प्रशासन जिम खोलने की अनुमति नहीं देती है तो बड़ा नुकसान हो जाएगा।

मनीष मेहरोत्रा, संचालक