- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की मुहिम 'मिटने नहीं देंगे कबीर की निशानी' लेने लगी रंग

- लहरतारा स्थित सद्गुरु कबीर प्राक्टय धाम को सजाया, संवारा जाने लगा

1967

में हजूर उदित नाम साहेब ने कबीर का प्राक्ट्य स्थल पर मंदिर के निर्माण की रखी थी नींव

04

किमी दूर शहर से लहरतारा में स्थित है सद्गुरु कबीर प्राक्टय धाम

लहरतारा स्थित सद्गुरु कबीर प्राक्टय धाम बहुत जल्द ही आपको बदला-बदला दिखेगा। मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के तहत धाम के जीर्णोद्धार के लिए 50 लाख रुपये का बजट जारी हुआ है, जिससे गेस्ट हाउस व लॉज का निर्माण शुरू हो चुका है। करीब दो माह के अंदर कबीर मंदिर भी नया आकार ले लेगा। इसके अलावा मुख्य द्वार का निर्माण और पूरे परिसर में इंटर लॉकिंग-टाइल्स भी लगेंगे। इसके साथ ही कबीर तालाब भी आकर्षक रूप में सामने आ रहा है। अब तालाब में पानी दिखने लगा है। अभी तक लगभग 50 फीसद काम पूरा हो चुका है। कबीर दास की प्राकट्य स्थली के जीर्णोद्धार को लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने 'मिटने नहीं देंगे कबीर की निशानी' मुहिम चलाई थी, जो धीरे-धीरे रंग लाने लगी है।

1967 में रखी गई थी नींव

शहर से चार किमी दूर स्थित लहरतारा में वर्ष 1967 में कबीर पंथ से जुड़े हजूर उदित नाम साहेब (आचार्य कबीर पंथ) ने कबीर का प्राक्ट्य स्थल पर गुरु पूíणमा के दिन मंदिर के निर्माण की नींव रखी थी। आमजन व अनुवायियों के सहयोग से उन्होंने 2002 में मंदिर का निर्माण पूरा कराया। मंदिर को लाल पत्थरों से बनाया गया है। मंदिर में कबीरदास की कमल पुष्प पर प्रतिमा है। मंदिर परिसर में ही एक तालाब स्थित है, जो पंथियों के लिए श्रद्धा का बड़ा केंद्र है। कबीर जयंती के मौके पर यहां हजारों की संख्या अनुयायी पहुंचते हैं, लेकिन यह केवल एक पंथ तक सिमट कर रह जाता है। इस स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो दो महीने में पूरा हो जाएगा।

यह होंगे कार्य

गेस्ट हाउस व लॉज का निर्माण, मुख्य द्वार का निर्माण, कबीर मंदिर का जीर्णोद्धार, परिसर में इंटर लॉकिंग-टाइल्स, परिसर में ही सोलर हाई मास्ट लाइट और सोलर लाइट का मरम्मत, बैठने के लिए बेंच लगेंगे और कबीर के बारे में पूरा इतिहास बताने के लिए एक सूचना पट्ट के अलावा शौचालय, पेयजल आदि का भी प्रबंध होगा।

हो रहा तालाब का सौंदर्यीकरण

पर्यटन की दृष्टि से कबीर तालाब का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। दीवार और पथ-वे का निर्माण हो चुका है। तालाब के किनारे लाल पत्थर की आकर्षक रेलिंग और सीढि़यां बन चुकी है। करीब 30 प्रतिशत तालाब की सफाई भी हो चुकी है। तालाब के सौंदर्यीकरण का लगभग 50 फीसद काम पूरा हो चुका है। अक्टूबर तक पूरा काम होगा। पर्यटकों को देखते हुए सुविधाएं विकसित की जाएंगी।

वर्जन

कबीर प्राक्टय धाम के विकास को लेकर सरकार गंभीर है। पीएम नरेंद्र मोदी ने प्राकट्य स्थली तालाब के लिए 5 करोड़ से भी अधिक धनराशि स्वीकृत की है, जिससे तालाब का जीर्णोद्धार चल रहा है। इसी तरह सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी धाम के जीर्णोद्धार के लिए 50 लाख रुपये दिया है। कबीर पंथ के इतिहास में एक अनोखा कार्य हो रहा है। इसके पहले यहां के विकास को लेकर किसी ने कोई काम नहीं किया।

-गोविन्द दास शास्त्री, महंत