वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस की बनारसी साड़ी की अपनी ही खासियत है। ये महिलाओं की पहली पसंद तो है ही, इसके साथ ही हल्की कॉटन की साडिय़ां भी बहुत भा रही हैैं। इसमें भी खास तरह की डिजाइन की मांग है। ये डिजाइन कलाकृतियों से जुड़ी है। वहीं महिलाओं में शिफॉन साड़ी का अपना क्रेज दिखा। साडिय़ों की दुकानों में इन वैरायटी को खरीदने के लिए महिलाओं की भीड़ उमड़ रही है।

कई रेंज में बिक रहा करवा
गोदौलिया बाजार में करवा भी कई तरह के उपलब्ध हैं। करवा विक्रेता सोनू ने बताया कि मिट्टी के करवों की रेंज 50 से लेकर 150 रुपए तक है। वहीं कई लोग इस पर्व में चांदी व पीतल के भी करवा खरीदते हैैं। लेकिन मिट्टïी के करवा का अपना ही महत्व है। इसकी खास डिमांड हैै।

करवाचौथ की स्पेशल थाली
गोदौलिया स्थित बर्तन विक्रेता अमित ने बताया कि करवाचौथ पर महिलाएं अपने मनमुताबिक सामान खरीदना पसंद करती हैं। उन्होंने इसे खास बनाने के लिए करवाचौथ की एक स्पेशल थाली रखी है। इस थाली में करवा, चलनी, लोटा समेत करवाचौथ पर्व से जुड़ी सभी चीजें मौजूद हैं। महिलाओं को ज्यादा भटकना न पड़े इसिलए कुछ दुकानदारों ने इस तरह की व्यवस्था की है।

स्टाइलिश चलनी की भी मांग
बाजार में स्टाइलिश चलनी भी काफी प्रचलन में है। नवविवाहित महिलाओं के बीच इसकी खास डिमांड है। फैशन के हिसाब से मार्केट में गिफ्ट के तौर पर डिजाइनदार करवा, फोटो प्रिंटेड चलनी भी मौजूद है। कई जगह आर्डर देने पर जोडों की तस्वीर दिल पर छापकर भी दी जा रही है।

ब्यूटीपार्लरों में बढ़ी भीड़
करवाचौथ नजदीक आते ही ब्यूटी पार्लर पर भी महिलाओं की भीड़ बढऩा शुरू हो गई है। इस दौरान पार्लर भी कई तरह के आकर्षित ऑफर देकर ग्राहकों को लुभा रहे हैैं। बाजार के सडक़ किनारे मेहंदी लगवाने वालों की भी भीड़ लग रही है।

महिलाओं के लिए बड़े ऑफर
शहर की छोटी दुकानों से लेकर बड़े शोरूम तक। फूटपाथ के छोटे व्यवसायी से लेकर बड़ी दुकानों तक। हर जगह महिलाओं की भीड़ लगी है। कोई अपने पति के साथ, तो कोई अपनी सहेलियों के संग शॉपिंग कर रही हैं।

ये बाजार हैैं गुलजार
लहुराबीर, गोदौलिया, चौक, महमूरगंज, सिगरा, भेलूपुर, पांडेयपुर, अर्दली बाजार, खोजवां खास मार्केट हैैं, जहां ज्वेलरी, कपड़ा, बर्तन समेत अन्य सभी जरूरी सामानों से बाजार भरा पड़ा हुआ है।

करवाचौथ की मान्यता
हिन्दू धर्म में करवाचौथ पर्व का अलग ही महत्व होता है। इस वर्ष 24 अक्टूबर दिन रविवार को करवाचौथ पर्व है। यह पर्व हर साल कार्तिक महीने के चौथे दिन होता है। विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए बड़े श्रद्धा भाव से इस पर्व पर व्रत रखती हैं। इस व्रत में चंद्रमा की पूजा की जाती है। साथ ही भगवान शिव, पार्वती, कार्तिकेय और गणेश भी पूजे जाते हैैं।