-कोविड के चलते रेलवे को नहीं मिल रहे यात्री

- ट्रेनों को करना पड़ रहा रद्द

कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप का असर ट्रेनों पर दिख रहा है। लोग ट्रेनों पर यात्रा करने से बच रहे हैं। कोरोना से संक्रमण के चलते 50 प्रतिशत यात्रियों ने टिकट रद्द करा लिया है। इसका असर कैंट स्टेशन से प्रस्थान करने वाली लगभग हर रूट की गाडि़यों पर दिखने लगा है। रेलवे प्रशासन को कई यात्री ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है।

घट गए हैं पैसेंजर्स

वर्ष 2020 में कोरोना काल में मेट्रो सिटीज में जॉब करने वालों को घर पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई गई। ये ट्रेनें इस दूसरी लहर में भी चल रही हैं, लेकिन यात्री नहीं मिल रहे हैं। यात्री कई महीने बुक कराया टिकट कैंसिल करा रहे हैं। इसके साथ ही कई कारणों से दूसरे राज्य यात्री जाने से कतरा रहे हैं। इसको देखते हुए रेलवे ने उन रूट्स की ट्रेन को कैंसिल करने का निर्णय लिया है।

स्पेशल के बढ़ रहे हैं फेरे

अन्य शहरों में फंसे लोगों को घर तक पहुंचाने की कवायद में रेलवे जुटा हुआ है। इसी क्रम में स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। जाने वाले पैसेंजर्स की संख्या कम होने के बाद भी आने वालों की भीड़ को देखते हुए स्पेशल ट्रेनों के फेरों में वृद्धि की जा रही है। वहीं इंटरसिटी के तौर पर शुरू की गयी ट्रेन को कैंसिल करने का क्रम जारी है।

पश्चिम बंगाल जाने वाले साथ रखें आरटी-पीसीआर रिपोर्ट

पश्चिम बंगाल जाने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है। टेस्ट रिपोर्ट ट्रेन में सवार होने से 72 घंटे पहले से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए। इस बाबत रेलवे प्रशासन ने नोटिफिकेशन जारी किया है। पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से जारी पत्र के बाद रेलवे प्रशासन ने भी यात्रियों के लिए यह अनिवार्य कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि ट्रेनों से यहां आने के बाद उन यात्रियों को सात दिनों तक घर पर अपने स्वास्थ्य की खुद से निगरानी करनी होगी। इस दौरान उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार अथवा सांस लेने में दिक्कत होने पर निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ेगा।

वर्जन----

जिन ट्रेन में पर्याप्त पैसेंजर की संख्या नहीं है। उन ट्रेनों को रेलवे के नियमानुसार कैंसिल कर दिया जा रहा है। वहीं उन ट्रेनों का फेरा बढ़ाया जा रहा है जिनमें कम से कम एक तरफ से पैसेंजर्स की संख्या पर्याप्त है।

अशोक कुमार, पीआरओ

एनईआर वाराणसी डिवीजन

ये ट्रेनें हुईं कैंसिल

एनइआर वाराणसी डिवीजन द्वारा पर्याप्त यात्री संख्या न होने के कारण निम्नलिखित विशेष गाडि़यों को निरस्त कर दिया है।

-05122 छपरा कचहरी-थावे विशेष गाड़ी 11 एवं 12 मई

-05121 थावे-मसरख विशेष गाड़ी 11 एवं 12 मई

-05124 मसरख-थावे विशेष गाड़ी 11 एवं 12 मई

-05123 थावे-छपरा कचहरी विशेष गाड़ी 11 एवं 12 मई

-05241 सोनपुर-पंचदेवरी विशेष गाड़ी 11 एवं 12 मई

-05242 पंचदेवरी-सोनपुर विशेष गाड़ी 11 एवं 12 मई

-05245/05246 सोनपुर-छपरा-सोनपुर विशेष गाड़ी तथा 05247/05248 सोनपुर-छपरा-सोनपुर विशेष गाड़ी 11 मई

ये ट्रेनें पब्लिक को देंगी राहत

रेलवे प्रशसन द्वारा यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 09035/09036 मुम्बई सेन्ट्रल-मंडुवाडीह-दादर सुपरफास्ट समर स्पेशल ट्रेन का विस्तार 01 फेरे के लिए करने का निर्णय लिया गया है। ट्रेन नंबर 09035 मुम्बई सेन्ट्रल-मंडुवाडीह सुपरफास्ट ग्रीष्मकालीन विशेष गाड़ी 14 मई को मुम्बई सेन्ट्रल से तथा 09036 मंडुवाडीह-दादर सुपरफास्ट ग्रीष्मकालीन विशेष गाड़ी 16 मई को मंडुवाडीह से चलायी जायेगी। यह ट्रेन अपने पूर्व निर्धारित मार्ग, ठहराव, समय एवं रेक संरचना के अनुसार चलेगी। इसी तरह 01357/01358 दादर-मंडुवाडीह-दादर सुपरफास्ट ग्रीष्मकालीन विशेष गाड़ी का संचालन 13, 16 एवं 20 मई को दादर से तथा 15, 18, 22 मई को मंडुवाडीह से किया जायेगा। इस गाड़ी में सभी कोच आरक्षित श्रेणी के होंगे।

जबकि ट्रेन नंबर 01365/01366 छत्रपति शिवाजी महाराज टíमनस (मुम्बई)-छपरा-छत्रपति शिवाजी महाराज टíमनस (मुम्बई) ग्रीष्मकालीन विशेष गाड़ी का संचलन 15 मई को छत्रपति शिवाजी महाराज टíमनस (मुम्बई) से तथा 17 मई को छपरा से किया जायेगा। इस स्पेशल ट्रेन में स्लीपर के 10, सेकेंड क्लास के 05, थर्ड एसी के 06, सेकेंड एसी का 01 तथा एसएलआरडी के 02 कोचेज सहित कुल 24 कोच लगाये जायेंगे।