- सरस्वती फाटक गेट की घटना, लोकल होने के नाते महिला बगैर लाइन के करना चाह रही थी दर्शन

दरोगा ने बुरी तरह लताड़ा, घंटों दीवार पकड़कर रोती रही महिला

1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ : बाबा दर पर हर कोई अपने दुख दर्द को दूर करने की गुहार लगाने न जाने कहां कहां से आता है लेकिन बाबा तक पहुंचने से पहले उनकी सुरक्षा के नाम पर तैनात पुलिस वालों की अभद्रता से दर्शनार्थियों का मन अक्सर खट्टा हो जाता है। ऐसा ही एक वाकिया बुधवार को सरस्वती फाटक गेट पर एक अधेड़ महिला के साथ हुआ। आस पास के ही इलाके में रहने वाली अधेड़ महिला सुबह बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने पहुंची थी। सरस्वती फाटक गेट पर लाइन देख महिला ने लोकल होने के नाते वहां तैनात दरोगा से दर्शन करने जाने की रिक्वेस्ट की। जिसके बाद दरोगा भड़क गया और महिला का खूब झाड़ा। जिसके बाद दरोगा की तीखी बातों से महिला खिन्न हो गई और रोने लगी।

नहीं आई महिला पुलिस

सुबह हुई इस घटना में महिला पुलिस की संवेदनहीनता सामने आई है। दरोगा की ओर से महिला को लताड़ने के बाद महिला काफी देर तक वहीं खड़ी होकर दीवार के पास रोती रही लेकिन न ही दरोगा ने उनको चुप कराने की कोशिश की और न ही वहां तैनात महिला पुलिस कर्मियों ने आगे आकर अधेड़ महिला को शांत कराने के बारे में सोचा। काफी देर तक रोने के बाद महिला ये कहकर वहां से चली गई कि अब वह कभी बाबा का दर्शन करने नहीं आयेगी।

अक्सर होता है ऐसा

महिला दर्शनार्थी के साथ पुलिस की ओर से अभद्रता की ये कोई पहली घटना नहीं है। अक्सर मंदिर दर्शन करने जाने के दौरान दर्शनार्थियों को पुलिस अभद्रता का शिकार होना पड़ता है। शिकायत के बाद भी दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है और महिला पुलिसकर्मी भी महिला दर्शनार्थियों संग अच्छा बर्ताव नहीं करती। जिसके कारण बाबा के दर्शन को आने वाले भक्त खिन्न होकर जाते हैं।