- अवैध कब्जा कराने के मामले में प्रभारी निरीक्षक चेतगंज और चौकी प्रभारी लहुराबीर पर हुई कार्रवाई

- थाने के एसएसआई को भी किया लाइन हाजिर

- करोड़ों की जमीन पर कब्जे का है आरोप

वाराणसी कमिश्नरेट में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसमें महिला थाना प्रभारी ने एक अपराधी को जमीन पर कब्जा दिलाने में अपनी वर्दी का गलत इस्तेमाल किया। इस मामले में थाना प्रभारी पर रुपए लेना का भी आरोप है। ये मामला तूल पकड़ा और पुलिस कमिश्नर तक पहुंचा, तो उन्होंने जांच के बाद थाने के प्रभारी के साथ एसआई और चौकी प्रभारी को सस्पेंड कर दिया।

यह है पूरा मामला-

पिशाचमोचन निवासी मुकेश साहू उर्फ बल्लू की जमीन को एक आपराधिक किस्म के व्यक्ति द्वारा कब्जा किया जा रहा था। इस प्रकरण में मुकेश ने कुछ दिन पूर्व 112 नंबर पर शिकायत की थी। मुकेश के अनुसार पिशाचमोचन स्थित उनके द्वारा 70 लाख रुपये में जमीन का सट्टा (एग्रीमेंट) कराया गया। अब इस जमीन पर उनके विरोधी पक्ष के हिस्ट्रीशीटर से पैसा लेकर इंस्पेक्टर चेतगंज संध्या सिंह कब्जा करा रही थी। मौके पर यूपी 112 पुलिस आई तो उन्हें इंस्पेक्टर संध्या सिंह ने डांट दिया और वहां से तत्काल हटने को कहा। इस गलत काम में लहुराबीर चौकी इंचार्ज अमित सिंह ने भी उनका साथ दिया। यही नहीं चेतगंज थाने के एसएसआई ओम प्रकाश सिंह ने भी इस मामले में मुकेश का कोई सहयोग नहीं किया। उल्टे मुकेश को ही चेतगंज थाने पर घंटों बैठाया गया। जमीन पर लगे गेट को उखाड़कर कब्जा करा दिया गया।

सीपी ने कराई जांच

पीडि़त मुकेश द्वारा की गई शिकायत के आधार पर पुलिस कमिश्नर ने एसीपी चेतगंज नितेश प्रताप सिंह से जांच कराई। जांच में पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों से बयान लिए गए, जिसमें तीनों दोषी पाए गए। एसीपी ने इसकी रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को दी। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नर ने बुधवार को थाना प्रभारी चेतगंज संध्या सिंह, एसससआई ओम प्रकाश सिंह और चौकी प्रभारी लहुराबीर अमित सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।

कोट-

भ्रष्टाचार करने वाले पुलिसकíमयों की कमिश्नरेट में कोई जगह नहीं है। शिकायत के आधार पर चेतगंज थाना प्रभारी और लहुराबीर चौकी इंचार्ज के खिलाफ जांच कराई गई, जिसमें उनकी संलिप्तता पाई गई। इसके आधार पर उन्हें निलंबित किया गया है। वहीं थाने के एसएसआई ने भी इसका विरोध नहीं किया और भ्रष्टाचार देख मूकदर्शक बने रहे। उन्हें भी लाइन हाजिर कर दिया गया है। भ्रष्टाचार करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

ए। सतीश गणेश

पुलिस कमिश्नर