-कोरोना संक्रमण कम होते ही बीएचयू में शुरू हुई क्लास, टूटा सन्नाटा

-लास्ट ईयर के स्टूडेंट्स को ऑफलाइन व ऑनलाइन मोड में मिली सुविधा

- स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल भी खोल दिया गया

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प्वाइंटर :::

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फरवरी को वीसी प्रो। राकेश भटनागर ने बीएचयू को चरणबद्ध तरीके से खोलने का डिसीजन लिया था

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फरवरी को खुले हॉस्टल को भी किया जा रहा है सैनिटाइज

बीएचयू में पढ़ाई स्टार्ट होते ही कैंपस में रौनक लौट आयी। कोरोना संक्रमण के चलते लगभग 11 महीने बाद सोमवार से यूनिवर्सिटी में लास्ट ईयर के स्टूडेंट्स पढ़ाई करने लगे। इनके लिए ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन मोड में क्लास चलने लगी। जो छात्र नहीं आ सके उन्होंने घर बैठे ही क्लास किया। उनके लिए स्मार्ट क्लास रूम की व्यवस्था की गई है। हालांकि स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल भी खोल दिया गया है। जिनमें थर्ड ईयर के स्टूडेंट्स को रूम एलॉट कर दिया गया है।

बिना मास्क के नहीं मिली एंट्री

कोविड-19 से बचने के लिए सभी डिपार्टमेंट में हैंड सैनिटाइजर और मास्क की व्यवस्था की गयी थी। बिना मास्क लगाए स्टूडेंट्स को क्लासेस में एंट्री नहीं दी गयी। वहीं क्लास खत्म होने के बाद रूम को सैनिटाइज किया गया। इसी क्रम में स्टूडेंट्स का थर्मल स्कैनिंग भी हुआ। इससे पहले 17 फरवरी को खुले हॉस्टल को भी इस तरह से सैनिटाइज किया जा रहा है। स्टूडेंट्स के साथ ही ज्यादातर अध्यापक भी कैंपस पहुंच गए थे। यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर कक्षाएं चलने का टाइम टेबल अपलोड न होने से स्टूडेंट्स को परेशानी हुई। इस दिन लास्ट ईयर के लगभग पांच हजार स्टूडेंट्स पहुंचे थे। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूरी व्यवस्था एक दिन पहले ही कर ली थी।

घर बैठे भी पढ़ाई का ऑप्शन

छात्रों की जोरदार मांग और विरोध को देखते हुए पांच फरवरी को वीसी प्रो। राकेश भटनागर ने बीएचयू को चरणबद्ध तरीके से खोलने का डिसीजन लिया था। इस दौरान ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में क्लासेस चलाने पर सहमति बनी। इस मीटिंग में प्रो। भटनागर, रजिस्ट्रार डॉ। नीरज त्रिपाठी, डीन ऑफ स्टूडेंट प्रो। एमके सिंह, चीफ प्राक्टर प्रो। आनंद चौधरी और सभी संस्थानों के निदेशकों और डीन शामिल थे।

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लाइब्रेरी में बढ़ा दी गयी सीटिंग व्यवस्था

यूनिवर्सिटी खुलते ही सेंट्रल लाइब्रेरी में भी चहल पहल बढ़ गयी। यहां सुबह से ही छात्रों का आना-जाना रहा। हालांकि छात्रों की सीटिंग व्यवस्था को 150 से बढ़ाकर 200 कर दिया गया है। वहीं हॉस्टल में एंट्री से पहले छात्रों से एक नो आब्जेक्शन सíटफिकेट भी लिया गया है। इसके अलावा कैंपस में बंद दुकानें और कैंटीन भी अब खुल चुकीं हैं।