नए सत्र में विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में दाखिला पूर्ण होते ही छात्रनेता छात्रसंघ चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। कैम्पस के आसपास पोस्टर-होर्डिग भी लगाना शुरू कर दिया है। इस चक्कर में उनमें से कई चुनाव से पहले ही खर्च की सीमा पार कर गए हैं। ऐसे में अधिसूचना जारी होने के बाद चुनाव खर्च और बढ़ाना तय है।

छात्रसंघ चुनाव में अधिकतम पांच हजार रुपये खर्च करने की सीमा निर्धारित है। वहीं मुद्रित प्रचार सामग्री भी प्रतिबंधित हैं। इसके बावजूद महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय सहित अन्य महाविद्यालयों के छात्रनेता परिसर के आसपास प्रिंटेड पोस्टर चस्पा किए हुए हैं। यही नहीं कुछ छात्रनेताओं ने नगर के प्रमुख चौराहों पर अभी से होर्डिग भी लगा दिया है। हालांकि जिला प्रशासन ने विद्यापीठ के आसपास छात्रनेताओं की होर्डिग उतरवा दी है। इसके बावजूद नगर के कई स्थानों पर अब भी होर्डिग टंगी हुई है। इसमें छात्रनेता बकायदा अपने को छात्रसंघ का प्रत्याशी भी घोषित किए हुए हैं। जबकि किसी भी विश्वविद्यालय व महाविद्यालय में सितंबर से पहले छात्रसंघ चुनाव होने की संभावना नहीं है।

उधर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के चीफ प्रॉक्टर प्रो। चतुर्भुज नाथ तिवारी ने छात्रनेताओं से परिसर में पोस्टर तत्काल हटाने का निर्देश दिया है। जारी सूचना में कहा गया है कि पोस्टरों से परिसर की सुंदरता प्रभावित हो रही है। ऐसे में पोस्टर न हटाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।

पांच हजार खर्च की सीमा अव्यवहारिक

छात्रसंघ, विद्यापीठ के पूर्व महामंत्री विकास सिंह ने कहा कि लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों में छात्रसंघ चुनाव में पांच हजार तक खर्च की सीमा का नियम अव्यवहारिक है। मंहगाई के दौर में खर्च की सीमा बढ़ाने की जरूरत है।

अधिसूचना जारी होने

के बाद खर्च की गणना

हरिश्चंद्र पीजी कालेज के छात्रसंघ के चुनाव अधिकारी रहे डॉ। विजय कुमार राय का कहना कि नियमावली के तहत छात्रसंघ चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद खर्च की गणना की जा सकती है।

हाइलाइटर

-दाखिला पूर्ण होते ही छात्रसंघ चुनाव की तैयारी में जुटे छात्रनेता

-कैम्पस में प्रचार-प्रचार तेज, पोस्टर-होर्डिग लगाने की भी मची होड़

-परिसर से पोस्टर न हटाने पर विद्यापीठ प्रशासन ने दी कार्रवाई की चेतावनी