-2014 में BHU में हुए कई बवाल ने लगाया दाग तो दूसरी ओर कई मिली नई उपलब्धियों ने दी खुशी भी

-2015 से स्टूडेंट्स से लेकर टीचर्स को हैं काफी आस

VARANASI: बीएचयू के लिए 2014 तमाम अच्छी बुरी यादों वाला साबित हुआ। बीएचयू में साल भर के दौरान कई दुखद घटनाएं हुई। जिसमें फीस वृद्धि को लेकर स्टूडेंट्स का बवाल, एम्स की मांग को लेकर डॉक्टर्स की स्ट्राइक फिर साल के अंत में स्टूडेंट यूनियन के लिए स्टूडेंट्स ने जमकर काटा बवाल। ये बवाल पूरे साल की सबसे बड़ी दुर्घटना साबित हुई। तो वहीं दूसरी ओर इस साल बीएचयू को कई उपलब्धियां भी हाथ आई।

शुरुआत बवाल से

पूरे साल कैंपस का माहौल गर्म रहा। जनवरी में फीस को लेकर बवाल हुआ तो मार्च महीने में एम्स की मांग को लेकर एसएस हॉस्पिटल में जोरदार हड़ताल से लोग परेशान हुए। हड़ताल के दौरान कई पेशेंट्स की मौत भी हो गई। इसके अलावा भी कई तरह की घटनाओं के चलते कैंपस का माहौल गर्म रहा। फिर साल खत्म होते होते दिसंबर महीने में बीएचयू का माहौल एकदम से बिगड़ गया। स्टूडेंट्स यूनियन की मांग को लेकर स्टूडेंट्स के प्रदर्शन के बाद कैंपस को पीएसी के हवाले कर दिया गया। खास यह रहा कि स्टूडेंट्स यूनियन की मांग को लेकर शुरू हुआ संघर्ष ब्रोचा और बिरला के स्टूडेंट्स के बीच लड़ाई में तब्दील हो गया। दर्जनों की संख्या में स्टूडेंट्स घायल भी हुए। पांच हॉस्टल्स को खाली करा लिया गया था। जिसे दो हफ्ते बाद माहौल शांत होने के बाद स्टूडेंट्स के लिए फिर से खोला गया।

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बीएचयू ने देखे चार VC

ख्0क्ब् में बीएचयू ने चार वीसी देखे। डॉ। लालजी सिंह का कार्यकाल इसी साल ख्ख् अगस्त को पूरा हुआ। उन्होंने अपना कार्यभार रजिस्ट्रार रहे प्रो। विनय सिंह को सौंप कर विदायी ली। प्रो। विनय सिंह ने कुछ ही दिन के लिए एक्टिंग वीसी के रूप में काम किया। उनके बाद एचआरडी मिनिस्ट्री ने आईआईटी बीएचयू के डायरेक्टर को वीसी की जिम्मेदारी सौंप दी। प्रो। संगल ने एक महीने तक बीएचयू के मुखिया की जिम्मेदारी संभाली। उसके बाद एचआरडी मिनिस्ट्री ने फुल फ्लेज वीसी के रूप में प्रो। जीसी त्रिपाठी को नियुक्त किया। वर्तमान में उनका कार्यकाल चल रहा है।

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मिलीं कई सुविधाएं भी

ख्0क्ब् बीएचयू के लिए अच्छा भी साबित हुआ। एसएस हॉस्पिटल से लगायत बीएचयू में कई अच्छी चीजें हुई। इनमें एसएस हॉस्पिटल कैंपस में जन औषधि केन्द्र की शुरुआत, मधुबन का रिनोवेशन, ट्रामा सेंटर की अनौपचारिक शुरुआत आदि प्रमुख उपलब्धियां रहीं। हालांकि ट्रामा सेंटर की शुरुआत नहीं हो पायी। बीएचयू में पीएम नरेन्द्र मोदी का आगमन हुआ और उन्होंने बीएचयू कैंपस में इंटर यूनिवर्सिटी सेंटर का तोहफा दिया। बीएचयू कैंपस को वाई-फाई कनेक्टिविटी की सुविधा भी इसी साल मिली। सिर्फ इतना ही नहीं बीएचयू के संस्थापक पं। महामना मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न देने की भी घोषणा हुई।

ख्0क्भ् से है आस

-बीएचयू के स्थापना स्थल पर बने ट्रामा सेंटर के उद्घाटन की

-बीएचयू में प्रस्तावित क्0 हजार लोगों के लिए कन्वेंशन सेंटर के आधारशिला की

-आईएमएस के लिए आंदोलन करने वाले डॉक्टर्स को एम्स की

-स्टूडेंट्स को ख्0क्भ् में मुकम्मल स्टूडेंट्स यूनियन की आस

-टीचर्स को टीचर्स यूनियन के बहाली की आस