-प्रेमी को हत्या के लिए सौंपा बेटे को, पुलिस ने बचाया

-पुलिस ने महिला और उसे प्रेमी को किया गिरफ्तार

VARANASI : इक थपकी नींद ले आती है। वो जब भी लोरी गाती है, चेहरे के भाव को देख के ही, हर बात समझ वो जाती है। ऐसी न जाने कितनी बातें मां के लिए लिखी गयी हैं। वो है ही ऐसी शख्सियत कि अपनी जान से बढ़कर अपने बच्चों को प्यार करती है। लेकिन एक मां ऐसी भी है जो अपने प्यार के लिए अपने जिगर के टुकड़े की जान की दुश्मन बन गयी। उसकी कोशिश अंजाम तक पहुंचती उसके पहले प्रेमी सहित सलाखों की पीछे पहुंच गयी।

भगवान बनकर आयी पुलिस
लाटभैरव चौकी इंचार्ज देवी शरण यादव अपनी टीम के साथ बुधवार रात गश्त के दौरान चंदन शहीद से बसंत कालेज से होकर लौट रहे थे। रास्ते में यूनियन बैंक के पास झाड़ी से बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी तो रुक गये। उन्होंने तलाश करना शुरू किया तो देखा एक मजबूत कद-काठी वाला आदमी मासूम बच्चे को अपनी गोद में लेकर उसका गला दबा रहा है। पुलिस को देखते ही बच्चे को छोड़कर वह भागने लगा लेकिन पुलिस ने दबोच लिया। हालत गंभीर होता देख बच्चे को तुरंत अस्पतला भेजवा दिया। पूछताछ में आदमी की बातें सुनकर पुलिस सन्न रह गई।

मां चाहती थी मारना

चंदौली जिले के बलुआ क्षेत्र की महिला पति से अलग होकर बनारस के कोनिया में किराये के मकान में अपने पांच वर्षीय बेटे के साथ रहती है। तेलियाना निवासी अनन्य अग्रहरि उर्फ सोनू से उसका प्रेम संबंध था। महिला प्रेमी से शादी करना चाहती थी, लेकिन सोनू बच्चे को साथ रखने से इनकार कर रहा था। महिला को उसका बेटे प्यार में बाधा लगने लगा। मां ने अपने प्रेमी से बेटे की हत्या करने की इच्छा जताई। इस पर दोनों ने बच्चे को मारने की प्लानिंग की। महिला ने बुधवार रात प्रेमी को कोनिया बुलायी और सो रहे बच्चे को सोनू के हवाले कर दिया। इसके बाद प्रेमी बच्चे को लेकर बसंत कालेज के पास सुनसान इलाके में ले गया, जहां बच्चे को मरने की कोशिश कर रहा था तभी पुलिस आ गई। पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार कर लिया। बाद में उसकी निशानदेही पर बच्चे की मां को भी कोनिया से दबोच लिया गया।

बच्चे की हालत गंभीर

बच्चे के शरीर पर चोट के निशान थे और गला दबने से उसकी हालत चिंताजनक दिख पुलिस ने तुरंत उसे मंडलीय अस्पातल पहुंचाया। जहां के डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे के मुंह से खून निकल रहा था और चोट भी लगी हुई थी। आदमपुर इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार ओझा ने बताया कि सूचना मिलने पर बच्चे का पिता तुरंत अस्पताल पहुंच गया। उसकी देखरेख में बच्चे का इलाज चल रहा है।