सेफ्टी के मद्देनजर रूट डायवर्जन सहित अन्य इंतजाम की तय करेंगे रूपरेखा
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VARANASI : चौकाघाट फ्लाईओवर हादसे के बाद सेफ्टी और ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर राज्य सेतु निगम खासी सावधानी बरत रहा है। हादसे से सबक लेते हुए निगम अपने सभी कार्यस्थल के आसपास सुरक्षा बंदोबस्त में अब कोई कमी नहीं रहने देना चाहता। इस मकसद से सेतु निगम अब मुम्बई के कंसल्टेंट (ट्रैफिक विशेषज्ञ) की मदद लेगा। विशेषज्ञ कंस्ट्रक्शन साइट का मुआयना कर मुख्य मार्गो, गलियों समेत विभिन्न रूट्स का सर्वे कर ट्रैफिक कम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान बनाएंगे। इसमें फ्लाईओवर निर्माण को लेकर बड़े व भारी वाहनों के रूट डायवर्जन, सिस्टमैटिक तरीके से वाहनों का आवागमन, नो ठेला जोन घोषित करने, कार्यस्थल से ऑटो को दूर खड़ा करने, बैरीकेडस को पूरी तरह से बंद करने समेत तमाम बातें शामिल की जाएंगी।
ट्रैफिक पुलिस की भी लेंगे मदद
सेतु निगम के अफसरों के मुताबिक मुम्बई के विशेषज्ञों की पांच सदस्यीय टीम 24 मई को बनारस पहुंचेगी। एक सप्ताह तक ये विशेषज्ञ सेतु निगम के अफसरों के साथ कंस्ट्रक्शन साइट का सर्वे करने के बाद रूट डायवर्जन की रूपरेखा तय करेंगे। रूपरेखा आम जनता की सहूलियत को ध्यान में रखकर तैयार की जाएगी। इसमें ट्रैफिक पुलिस की भी मदद ली जाएगी। कार्यस्थल से बड़े और भारी वाहनों का आवागमन बंद करने के लिए प्रशासन को लिखा जाएगा।
तैनात किए जाएंगे सुरक्षा गार्ड
सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक संदीप गुप्ता ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट में सेतु निगम के पांच प्रोजेक्ट के तहत फ्लाईओवर, आरओबी और पुल का निर्माण चल रहा है। अब सभी कार्यस्थलों पर यूनिफॉर्म में सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए जाएंगे। इसके लिए एक निजी सिक्योरिटी एजेंसी को जिम्मेदारी दी गई है। गार्डो की तीन चरणों में 24 घंटे ड्यूटी रहेगी।
ठेला-पटरी दुकानदार बने बाधा
चौकाघाट फ्लाईओवर हादसे के बाद शुरू हुए निर्माण कार्य में ठेला व पटरी दुकानदार बाधा बन रहे हैं। हादसे के बाद कैंट स्टेशन के सामने से लेकर कार्यस्थल तक के सभी ठेला-पटरी दुकानदार हट गये थे। अब फिर से वे अपनी पुरानी जगहों पर काबिज हो गए हैं। हालांकि बैरीकेड्स के भीतर से दुकानदारों को पूरी तरह से हटा दिया गया है, लेकिन सड़क से सटाकर खड़े किए ठेले व पटरी दुकानदारों की वजह से कई बार जाम की स्थिति बन रही है।
बीमें जुड़ीं, ताकि ये गिर न सकें
चौकाघाट फ्लाईओवर के जिस स्थल पर हादसा हुआ था वहां सावधानी के मद्देनजर सेतु निगम ने सभी बीमों को आपस में जोड़ दिया है। ताकि कम्पन होने पर ये गिर न सकें। अब बीमों की क्रॉस बीमिंग की जाएगी। इससे बीमों के गिरने की आशंका पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। वहीं गिरे बीम को हटाकर मार्ग को आवाजाही लायक बना दिया गया है। लेकिन अभी भी वाहनों का आवागमन बंद है।
सभी कंस्ट्रक्शन साइट पर सेफ्टी को लेकर प्लान तैयार किया गया है। सेतु निगम अब इसी योजना के आधार पर आगे काम कराएगा। ट्रैफिक मैनेजमेंट को ठीक करने का प्रयास चल रहा है।
- एके श्रीवास्तव, जीएम, राज्य सेतु निगम