-नौकरी से हटाये जाने से नाराज विक्षिप्त ने फावड़े और हथौड़ी से अधेड़ साथी को मार डाला

-हत्या के बाद मंदिर पहुंचकर करने लगा पूजा, मशक्कत के बाद दबोचने में सफल हुई पुलिस

VARANASI : भेलूपुर थाना एरिया के लखरांव में गुरुवार की सुबह एक युवक ने चलनी बनाने वाली फैक्टरी में अपने सहकर्मी रहे अधेड़ की फावड़े और हथौड़ी के वार से हत्या कर दी। वारदात के बाद खून से सना फावड़ा लेकर पास के मंदिर में पहुंच गया। चेहरे पर सिंदूर और अबीर लगाकर खुद को हनुमान बताते हुए पूजा करने लगा। पुलिस ने बड़ी मशक्कत से उसे अरेस्ट किया। हत्या करने वाला युवक मानसिक रूप से बीमार बताया जाता है।

निकाल दिया था फैक्ट्री से

लखरांव में पन्नालाल का चलनी बनाने का कारखाना है। इसमें शिवपुरवा निवासी रवि बिंद (फ्भ् वर्ष) काम करता था। लल्लापुरा का रहने वाला नसीर उर्फ बाबू खां (ब्भ् वर्ष) भी उसके साथ काम करता था। कुछ महीने पहले रवि की तबीयत बिगड़ गयी। वह मानसिक रूप से बीमार हो गया। उसका इलाज कराया जा रहा था। हालत में विशेष सुधार नहीं होने पर फैक्ट्री मालिक ने उसे फैक्ट्री से निकाल दिया था। इस बात को लेकर रवि में नाराजगी थी। वह कई बार फैक्ट्री में आकर काम करने की कोशिश करता लेकिन उसे वापस लौटा दिया जाता था।

सहकर्मी पर निकाली नाराजगी

रोज की तरह नसीर सुबह आठ बजे साइकिल से कारखाने में काम करने पहुंचा। आधे घंटे बाद रवि भी कारखाने में आ पहुंचा। वहां रखे लोहे के औजार इधर-उधर करने लगा। रवि की हरकत देखकर नसीर ने उसे काम करने के लिए मना किया और कारखाने से बाहर जाने के लिए कहा। इस पर रवि का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उसने नसीर पर अपशब्दों की बौछार दी। नसीर ने इसका विरोध किया तो रवि ने पास में रखा फावड़ा उठाया और वार कर दिया। जोरदार वार से नसीर जमीन पर गिर पड़ा। रवि ने पास रखे हथौड़े से भी उसके सिर पर ताबड़तोड़ कई वार किए। नसीर की मौके पर मौत हो गयी।

भागकर पहुंचा मंदिर

रवि आश्वस्त हो गया कि नसीर की मौत हो गयी है तो खून से सना फावड़ा लेकर फैक्ट्री से बाहर निकला। दीवार फांदकर पास मौजूद शिव मंदिर में पहुंच गया। अबीर व सिंदूर लगाकर हनुमान का वेश धारण कर लिया। खुद को हनुमान बताते हुए जोर-जोर से भगवान की पूजा करने लगा। उसकी हरकत से आसपास के लोगों की नजर रवि की ओर गयी तो हाथ में खून से सना फावड़ा देखकर चौंक पड़े। कुछ लोगों ने उससे बात करने की कोशिश तो उन पर फावड़ा तान दिया। किसी तरह से काबू में न आता देखकर लोगों ने उसे मंदिर के अंदर ढकेल दिया। बाहर से ताला लगाकर पुलिस को सूचना दी।

मुश्किल से आया काबू में

आसपास के लोगों ने रवि को सुबह फैक्ट्री जाते देखा था। खून से सने फावड़े का रहस्य जानने के लिए पुलिस के साथ आशंकावश फैक्ट्री में पहुंचे। वहां नसीर की खून से सनी लाश देखकर मामला समझते देर नहीं लगी। पुलिस ने मंदिर का ताला खोलकर रवि को बाहर निकालने का प्रयास किया। खुद को हनुमान बताते हुए उसने पुलिस पर भी फावड़ा तान दिया। बीच-बीच में वह भगवान के जयकारे लगाता रहा। रवि के इस रूप को देखकर पुलिसकर्मी भी सहम गए। बड़ी मशक्कत से उसे काबू में किया जा सका। मंदिर के बाहर जमा लोगों की भीड़ रवि की हरकत से काफी नाराज थी। कुछ लोगों ने उस पर हमला करने की कोशिश भी की। किसी तरह पुलिस लोगों के गुस्से से बचाकर उसे थाने ले आयी। लोगों का कहना है कि इसके पहले भी उसने कुछ लोगों पर हमला कर दिया था। रवि की हालत को जानने वाले उससे दूरी ही बनाकर रखते थे। नसीर के बेटे मेहताब ने रवि के खिलाफ भेलूपुर थाने में हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी है।