पांच से 15 दिसंबर तक नदी की होगी खोदाई

असि नदी के पुनरुद्धार के लिए डीएम कौशल राज शर्मा ने बुधवार को अहम बैठक की। उन्होंने नगर निगम प्रशासन को आदेशित किया कि पांच दिसंबर से असि नदी की खोदाई शुरू कर दिया जाए। यह कार्य 15 दिसंबर तक पूर्ण कर लिया जाए। साथ ही नदी के बेसिन को माप कर किनारे के अवैध निर्माण पर लाल निशान लगा दिया जाए ताकि उसे वक्त रहते ही ध्वस्त किया जा सके।

अवैध निर्माण है रुकावट

असि नदी के पुनरुद्धार के लिए डीएम ने पहले ही कार्ययोजना बनाने के लिए आदेशित किया है। इसी क्रम में प्राथमिक स्तर पर यह कार्यवाही करने के लिए कहा गया है। असि नदी के दोनों किनारों सैकड़ों अवैध निर्माण हो चुके हैं। इससे नदी का स्वरूप नाला की तरह हो गया है। खास यह कि जिस नगर निगम पर नदी के अस्तित्व को बचाने की जिम्मेदारी है, उसी ने नदी के नाम को दस्तावेजों में खत्म कर अस्सी व नगवां नाला दर्ज कर लिया है। वहीं, नदी के दोनों किनारों पर धड़ाधड़ अवैध निर्माण होते गए और वाराणसी विकास प्राधिकरण मौन बैठा था।

किनारे पर होगी हरित पट्टी

नगर विकास के लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण ने महायोजना 2031 बनाया है। इसमें असि व वरुणा नदी को शामिल किया गया है। वरुणा नदी के किनारे कारिडोर बनाकर उसके अस्तित्व को बचाने की कवायद हो रही है, जबकि असि नदी अब भी उपेक्षित ही है। महायोजना के अनुसार असि नदी के दोनों किनारों पर 25-25 मीटर की हरित पट्टी होगी। इसके अलावा नदी के पेटा में जल संचयन के इंतजाम किए जाएंगे। बंधा बनाकर पानी को चलायमान रखते हुए संचयन की रूपरेखा तैयार की गई है।