-यूनिवर्सिटी एक साल में दो बार कराएगी एंट्रेंस एग्जाम

-लेट से एडमिशन होने से टीचर्स का नहीं हो पा रहा प्रमोशन

अन्य यूनिवर्सिटीज में जहां हर साल रिसर्च के लिए टेस्ट हो रहा है, वहीं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में कई- कई साल बाद शोध के लिए परीक्षाएं हो रही हैं। यही नहीं इनका रिजल्ट भी कई साल बाद डिक्लेयर हो रहा है। इससे यूनिवर्सिटी सहित टीचर्स का रिकार्ड खराब हो रहा है। इसको देखते हुए यूजीसी नेट की तर्ज पर साल में दो बार रिसर्च एंट्रेंस एग्जाम कराने का डिसीजन लिया गया है। इसकी तैयारी साल शुरू होते ही स्टार्ट हो गयी है। इसी क्रम में हाल में ही जारी शोध परीक्षा के रिजल्ट के आधार पर स्टूडेंट्स के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया गया है। वहीं मार्च में एंट्रेंस एग्जाम कराने की रूपरेखा भी बनाई जा रही है। जिससे साल के अंत में भी एक परीक्षा आयोजित की जा सके। बता दें कि शिक्षकों के प्रमोशन में रिसर्च पर भी मा‌र्क्स निर्धारित है। जो रिसर्च होने पर ही मिलता है।

सार साल बाद 2020 में एग्जाम

यूनिवर्सिटी में सन् 2016 के बाद 2020 में शोध प्रवेश परीक्षा कराई गई थी। चार साल के बाद शोध प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट हाल में ही जारी किया गया। हेड को प्रवेश परीक्षा के आधार पर साक्षात्कार आयोजित करने निर्देश दिया गया है ताकि शोधाíथयों का पंजीकरण हो सके। दूसरी ओर विद्यापीठ प्रशासन ने एडमिशन के साथ-साथ परीक्षाओं को लेकर भी मंथन तेज कर दिया है। कोरोना काल में सेशन बहुत लेट चल रहा है। नए सेशन में अब तक एडमिशन पूर्ण नहीं हो सका है। विद्यापीठ प्रशासन का दावा है कि दाखिले की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। विभागों को फ‌र्स्ट ईयर की कक्षाएं भी यथाशीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया गया है। अतिरिक्त कक्षाएं लेकर कोर्स पूरा कराने का निर्देश है ताकि सेशन को नियमित किया जा सके। इस क्रम में प्रवेश पूरा होते ही परीक्षाओं का दौर शुरू हो जाएगा।

एंट्रेंस एग्जाम संग शोध में एडमिशन का भी एग्जाम

रजिस्ट्रार डॉ। एसएल मौर्य ने बताया कि स्नातक की बैक परीक्षाएं इसी महीने में कराई जाएंगी। इसके लिए तीन दिनों में टाइम टेबल भी जारी कर दिए जाएंगे। वहीं फरवरी में पीजी थर्ड सेमेस्टर की परीक्षाएं कराने पर विचार किया जा रहा है। जबकि द्वितीय व चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं मार्च में प्रस्तावित है। अप्रैल में स्नातक की वाíषक परीक्षाएं तथा मई में पीजी सेमेस्टर परीक्षाएं कराने की योजना है। उन्होंने बताया कि अगले सेशन में एडमिशन का आवेदन मार्च में जारी किया जाएगा। स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों के संग शोध प्रवेश परीक्षा के भी आवेदन पत्र मांगे जाएंगे। सभी क्लासेस में प्रवेश परीक्षाएं जून के अंतिम सप्ताह में कराने की योजना है ताकि सेशन को पटरी पर लाया जा सके।