वाराणसी (ब्यूरो)। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की पड़ताल में सामने आया कि गंगा के रास्ते विश्वनाथ धाम में पहुंचने के लिए सीढिय़ां और रैम्प की व्यवस्था रहेंगी। सीढ़ी का फाउंडेशन तैयार हो गया है। रैम्प तैयार हो रहा है। सीढिय़ां के निर्माण में अभी एक महीने से ज्यादा का समय लगेगा।

धाम में बना है स्क्लेटर
उद्घाटन समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि बुजुर्ग, दिव्यांग और असहाय भक्तों को धाम में आने में दिक्कतें नहीं होगी। इनके लिए स्क्लेटर लगाया गया है, जिससे वह आसानी धाम में पहुंच जाएंगे। दैनिक जाणरण आईनेक्स्ट की पड़ताल में धाम के अंदर रानी अहिल्लयाबाई की मूर्ति के पास स्क्लेटर यानी स्वचालित सीढ़ी मिली, लेकिन भक्तों के न होने की वजह से वह बंद पड़ा था।

गर्भगृह में जाने के लिए रैम्प नहीं
स्क्लेटर से ऊपर आने के बाद बुजुर्ग, दिव्यांग और असहाय भक्तों को गर्भगृह में जाने के लिए अस्थायी रैम्प मिला। इसी रैम्प से होकर पीएम नरेंद्र मोदी गर्भगृह में पहुंचे थे, लेकिन मंगलवार को उसे हटाया जा रहा था। यानी अभी इन भक्तों के लिए यहां भी रैम्प नहीं बना है।

122 सीढिय़ां चढ़कर पहुंचेंगे धाम
ललिता घाट से विश्वनाथ धाम में पहुंचने के लिए पथ का निर्माण तेजी से चल रहा है, जिसमें सीढ़ी व रैम्प दोनों शामिल हैं। गंगा के रास्ते धाम में जाने के लिए आम भक्तों को कुल 122 सीढिय़ां चढऩी पड़ेंगी। घाट से धाम के मुख्य गेट तक 82 सीढिय़ां व रानी अहिल्लयाबाई के पास से गर्भगृह के गेट के सामने तक 40 सीढिय़ां हैं। 40 सीढिय़ां बनकर तैयार हैं, जबकि 82 सीढिय़ों का बेस बन गया। अभी पत्थर की सीढिय़ांं बननी बाकी हैं, जो जनवरी तक तैयार हो जाएंगी।


पीएम ने पथ के आनंद का आभास कराया
पीएम नरेंद्र मोदी ने मां गंगा से विश्वनाथ धाम को जोडऩे का संकल्प लिया था, जो साकार हो रहा है। पीएम की इच्छानुसार ललिता घाट से विश्वनाथ धाम तक पथ तेजी से तैयार हो रहा है। हालांकि सोमवार को पीएम मोदी ने गंगा की धारा से बाबा दरबार जाने वाले अस्थायी पथ पर चलकर पथ के आनंद का आभास भी करा दिया है, लेकिन महाशिवरात्रि के पहले आम भक्त भी इस रास्ते से होकर बाबा को जल चढ़ाने पहुंचेंगे।

निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। जनवरी के अंत ललिता घाट से विश्वनाथ धाम में पहुंचने के लिए निर्माणाधीन सीढिय़ों व रैम्प का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। आने वाले समय में आम भक्तों के लिए और भी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
-दीपक अग्रवाल, कमिश्नर