- पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन के चलते मिनी सदन की बैठक स्थगित

कोरोना की दूसरी लहर के बाद शहर के विकास को लेकर बुधवार को मिनी सदन में नगर निगम की बैठक शुरू हुई, लेकिन पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन के चलते स्थगित कर दी गई। नगरीय विकास के मुद्दों को लेकर अब 15 सितम्बर को बैठक होगी। हालांकि पार्षदों ने सर्वाधिक अहम मुद्दा बांड का मसौदा पेश करते हुए दूषित पेयजल, सीवेज व शाही नाला पर कब्जा व सफाई का तैयार किया था।

टाउनहाल में दोपहर 12 शुरू हुई बैठक में उप सभापति नरसिंह दास ने अखबारों में प्रकाशित खबरों का जिक्र करते हुए नगर में दूषित पेयजल की आपूíत व शाही नाले पर कब्जा का मुद्दा उठाया। जब नरसिंह दास ने जनहित के मुद्दे को एक-एक सदन के पटल पर रखना शुरू किया तो बीच में ही अध्यक्षता कर रहीं महापौर ने पूर्व सीएम एवं राज्यपाल कल्याण सिंह के निधन का प्रसंग छेड़ दिया, जिसके बाद मौका मिलते ही पार्षद राजेश यादव चल्लू ने शोक प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद सदन की बैठक स्थगित हो गई।

पहले ही तय हो गई थी रूपरेखा

चार-पांच दिन पहले ही सदन के बैठक की रूपरेखा तय हो चुकी थी। भाजपा पार्षदों के साथ सपा व कांग्रेस पार्षदों की गोपनीय बैठक हुई थी, जिसमें तय हुआ था कि शोक प्रस्ताव लाकर सदन की बैठक को स्थगित किया जाएगा। हालांकि, इस गोपनीय बैठक में तय हुआ था कि स्थगित बैठक 11 सितंबर को होगी, लेकिन नगर निगम प्रशासन की सहूलियत को देखते हुए 15 सितंबर की तारीख मुकर्रर की।

बोलबा त हंगामा होए लागी

नगर निगम सदन में विपक्ष बिल्कुल पंगु साबित हो रहा है। विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए नगर निगम सदन की यह बैठक बेहद अहम बताई जा रही है। खासकर विपक्षी दलों के लिए तो किसी संजीवनी से कम नहीं है। प्रदेश सरकार को घेरने व जनता के समक्ष योजनाओं की हकीकत बयां करने के लिए चर्चा बेहद जरूरी है, लेकिन विपक्ष के मौन से कई सवाल उठने लगे हैं। इस मसले पर जब सपा पार्षद प्रशांत सिंह पिंकू से बात हुई तो उन्होंने दो टूक उत्तर दिया। जायदा, अब कुछ बोलबा त हंगामा होए लागी वहीं, पड़ोस में बैठे दूसरे पार्षद ने कहा कि यहां तो विरोध करने पर एफआईआर तक हो रहा है। ऐसे में कौन बोले। एक वक्त वह भी था जब प्रदेश में सपा सरकार थी तो विकास कार्य की अनदेखी पर पार्षद अफसरों व कíमयों को घेर लेते थे। सदन में सीताराम केशरी, अजित सिंह, हाजी ओकास अंसारी, रमजान अली, गोपाल यादव, मनोज यादव, हारून अंसारी, नगर आयुक्त प्रणय सिंह, अपर नगर आयुक्त देवीदयाल वर्मा, सुमित कुमार, लेखाधिकारी मनोज कुमार त्रिपाठी, चीफ इंजीनियर मुईनुद्दीन, जीएम जलकल रघुवेंद्र कुमार आदि रहे।

पंखे में फाल्ट से भागे पार्षद

शोक प्रस्ताव आने के बाद कुछ पार्षद पूर्व सीएम कल्याण सिंह के कृतित्व पर प्रकाश डाल रहे थे। इसमें पार्षद सुरेश चौरसिया की बारी आई। जहां वे बैठे थे वहीं सिर पर पंखा लगा था। अचानक तार जलने की जानकारी हुई। देखा कि ऊपर लगे पंखे में शार्ट सíकट हो रही है, जिससे चिंगारी भी निकल रही है। यह देख शब्दों को मुंह में दबाए पार्षद भाग निकले। वहां बैठे साथी पार्षद भी दूर जाना हितकर समझे। तुरंत बिजली आपूíत बंद की गई तो सदन के अंदर मची अफरातफरी रूकी।