वाराणसी (ब्यूरो)देश-दुनिया के सैलानियों की सहूलियत और सुहाना सफर के साथ गंगा को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए प्रशासन ने गंगा में इलेक्ट्रिक चार्जिंग बोट चलाने की योजना बनाई हैफस्र्ट फेज में 10 इलेक्ट्रिक चार्जिंग बोट गंगा में उतारी जाएगीइसके बाद इसकी संख्या में वृद्धि होगीइलेक्ट्रिक चार्जिंग बोट का संचालन करने के लिए पर्यटन निगम की ओर से एजेंसी चयन की प्रक्रिया चल रही है, जिसे 15 दिन में पूरा कर लिया जाएगाफिलहाल गंगा में संचालित सभी बोट को सीएनजी में कनवर्ट करने की प्रक्रिया चल रही है। 70 फीसद बोट सीएनजी से चल रही हैइसके साथ ही वेटिंग में चल रही वाटर टैक्सी भी जल्द ही गंगा में फर्राटा भरने वाली है.

नमो घाट से शुरू होगी ई-बोट सेवा

मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता में नहीं, अब वल्र्ड क्लास की सुविधाएं वाराणसी में विकसित की जा रही हैंदेश में पहली रोपवे सेवा बनारस में शुरू हो रही हैइसी कड़ी में एक और अत्याधुनिक सुविधा शुरू करने का खाका तैयार हो गया हैदुनिया की सांस्कृतिक राजधानी में लगातार बढ़ रही पर्यटकों की संख्या को देखते हुए गंगा में इलेक्ट्रिक चार्जिंग बोट की कवायद शुरू हो गई हैअभी तक यह सेवा देश में किसी भी मेट्रो सिटी में नहीं हैजिस तरह सड़कों पर ई-बस दौड़ रही है, उसी तर्ज पर के बाद गंगा की लहरों पर इलेक्ट्रिक चार्जिंग बोट चलाई जाएगीयह सेवा नमो घाट से शुरू होगी, जो अस्सी तक सफर तय करेगी

वॉटर टैक्सी का भी रोड मैप तैयार

सड़क पर यातायात का दबाव कम करने के लिए रामनगर से नमो घाट तक वाटर टैक्सी संचालन के लिए रूट और किराए का निर्धारण किया गया हैरामनगर से नमो घाट के बीच चलने वाली तेज रफ्तार वाटर टैक्सी पर यात्रियों से प्रति किमी 15 रुपये किराया वसूला जाएगारामनगर से नमो घाट के बीच 11 किलोमीटर के सफर पर 165 रुपये किराया निर्धारित किया गया हैइस वाटर टैक्सी का ठहराव अस्सी, दशाश्वमेध और काशी विश्वनाथ धाम घाट पर किया जाएगा। 80 यात्रियों की क्षमता वाली वाटर टैक्सी के गंगा में संचालन का रोड मैप तैयार हो गया हैवाटर टैक्सी प्रमुख घाटों पर सवारी उतारते बैठाते हुए सफर पूरा करेगी.

सैलानियों की सहूलियत के साथ ही गंगा को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए पर्यटन निगम ने इलेक्ट्रिक चार्जिंग बोट चलाने की योजना बनाई हैइसके संचालन के लिए एजेंसी तय करने की प्रक्रिया चल रही है, जिसे 15 दिन में पूरा कर लिया जाएगा

कौशल राज शर्मा, कमिश्नर