-इग्नू व राजर्षि टंडन ओपेन यूनिवर्सिटी में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, यूजी, पीजी लेवल के कोर्स हो रहे संचालित

-साल में दो बार एडमिशन, पूरे देश में किसी भी सेंटर पर एग्जाम की सुविधा

-इस साल ज्यादातर स्टूडेंट्स के पास होने से बढ़ी क्वैरीज

सीआइएससीइ, सीबीएसई व यूपी बोर्ड का रिजल्ट डिक्लेयर होते ही जिन स्टूडेंट्स ने अगली कक्षा के लिए एडमिशन फॉर्म नहीं भरा है उनमें हलचल पैदा हो गयी है। लेकिन स्टूडेंट्स व उनके पैरेंट्स में कोरोना को लेकर खौफ भी है। जिसके चलते वो दूसरे शहर में नहीं जाना चाहते हैं। ऐसे में अपने भविष्य को लेकर स्टूडेंट्स परेशान हैं। बहरहाल स्टूडेंट्स को ¨चता करने की जरूरत नहीं है, इंदिरा गांधी नेशनल ओपेन यूनिवर्सिटी (इग्नू) व राजर्षि टंडन ओपेन यूनिवर्सिटी से घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई की जा सकती है। इग्नू 110 सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, ग्रेजुएशन, पीजी लेवल के प्रोग्राम संचालित कर रहा है। वहीं राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में स्नातक व स्नातकोत्तर के 127 कोर्सेस में अध्ययन की सुविधा है। खास बात यह है कि यहां दो सेशन में एडमिशन लिया जा सकता है।

समाप्त हो चुकी है डेट

ग्रेजुएशन में एडमिशन का चांस अब लगभग समाप्त हो गया है। केवल बीएचयू में अभी फॉर्म भरने का मौका है। वह भी नेशनल लेवल पर। क्योंकि इस साल बीएचयू सीधे एडमिशन नहीं लेगा। वहीं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, यूपी कॉलेज, हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज सहित अन्य कॉलेजेज में भी एडमिशन के लिए फॉर्म भरवाया जा चुका है। अब यहां एंट्रेंस एग्जाम होना है। ऐसे में इस साल पास हुए अधिकतर स्टूडेंट्स के पास ऑप्शन न के बराबर है। वह भी जिन्होंने पहले फॉर्म नहीं भरा है। अगर वो अपने शहर से बाहर नहीं जाना चाहते तो उनके लिए सिर्फ ओपेन यूनिवर्सिटी ही एक विकल्प है। ऐसे लगभग 40 परसेंट स्टूडेंट्स हैं जिन्होंने पहले किसी भी यूनिवर्सिटी व कॉलेज में एडमिशन के लिए फॉर्म नहीं भरा है।

क्षेत्रीय केंद्र से स्टडी सेंटर तक

इग्नू का क्षेत्रीय केन्द्र बीएचयू में है तो यूपी कॉलेज, हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज, अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज, आर्य महिला पीजी कॉलेज में इग्नू का अध्ययन केंद्र है। एडमिशन के लिए इन सेंटर्स पर संपर्क किया जा सकता है। हालांकि विभिन्न कोर्सेस में एडमिशन का आवेदन ऑनलाइन भी है। ऐसे में एडमिशन के इच्छुक स्टूडेंट ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसी तरह राजर्षि टंडन स्टेट ओपेन यूनिवर्सिटी का काशी विद्यापीठ में जहां क्षेत्रीय केंद्र है तो वहीं हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज सहित अन्य में सेंटर है।

घर पहुंचता है स्टडी मैटेरियल

इग्नू व राजर्षि ओपेन यूनिवर्सिटी अपने स्टूडेंट्स को स्टडी मैटेरियल भी उपलब्ध कराता है। ऐसे में पाठ्य सामग्री को लेकर भी स्टूडेंट्स को ¨चता करने की जरूरत नहीं होती है। अध्ययन सामग्री व किताबों का ¨लक यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर भी दिया गया है। साथ ही साथ मोबाइल एप पर ई-कंटेंट भी स्टूडेंट्स को उपलब्ध कराया जाता है। खास बात यह कि इग्नू स्टूडेंट्स को स्टडी मैटेरियल बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध कराता है। यही नहीं दोनों ओपेन यूनिवर्सिटी के क्षेत्रीय केंद्र के माध्यम से भी अध्ययन सामग्री प्राप्त की जा सकती है।

एक साल में दो बार एग्जाम

इग्नू साल में दो बार (जून व दिसंबर) एग्जाम आयोजित करता है। ऐसे में स्टूडेंट अपनी सुविधा अनुसार परीक्षा में अपीयर हो सकते हैं। यही नहीं स्टूडेंट मनमुताबिक किसी भी कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। यहां एडमिशन जुलाई व जनवरी दो सेशन में होता है। वहीं बगैर किसी एक्स्ट्रा फीस के छात्र देश के किसी भी सेंटर पर एग्जाम दे सकते हैं। इस साल कोविड के चलते एडमिशन की डेट राजर्षि टंडन ओपेन यूनिवर्सिटी व इग्नू में आगे बढ़ा दी गयी है।

रजिस्ट्रेशन छह साल तक मान्य

इग्नू से बैचलर डिग्री न्यूनतम तीन साल में पास किया जा सकता है और यदि छात्र किसी कारणवश तीन साल में स्नातक नहीं कर सका तो वह बगैर किसी एक्स्ट्रा फीस के छह साल तक डिग्री ले सकता है। यहां स्टूडेंट का रजिस्ट्रेशन छह साल के लिए वैध होता है। इसी प्रकार से छह महीने के सर्टिफिकेट कोर्स के लिए अधिकतम दो साल, एक साल के डिप्लोमा प्रोग्राम के लिए अधिकतम चार वर्ष, दो साल के मास्टर डिग्री कोर्स के लिए अधिकतम पांच साल का समय निर्धारित है।

12वीं के बाद ये भी कोर्स

इग्नू में बारहवीं उत्तीर्ण स्टूडेंट्स के लिए भोजन एवं पोषण में सर्टिफिकेट, पोषण एवं शिशु देखभाल में सर्टिफिकेट, प्रयोगशाला तकनीक, पर्यावरण अध्ययन, सूचना प्रौद्योगिकी, आपदा प्रबंधन, ग्राम विकास में प्रमाणपत्र, मार्ग दर्शन सहित अन्य कोर्स संचालित होते हैं।

एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स

यूनिवर्सिटी में डेयरी टेक्नोलॉजी, डीडीटी, पर्यटन अध्ययन में डिप्लोमा, अनुवाद, ग्राम विकास, पर्यावरण, पत्रकारिता एवं जनसंचार, आपदा प्रबंधन, पर्यटन अध्ययन, पोषण व स्वास्थ्य, मानव संसाधन प्रबंधन, विपणन प्रबंधन, वित्तीय प्रबंध सहित अन्य कोर्स हैं।

ग्रेजुएशन लेवल के कोर्स

बीए, बीकाम, बीएससी, कंप्यूटर एप्लिकेशन में स्नातक (बीसीए), समाज कार्य में स्नातक, पर्यटन शिक्षा में स्नातक सहित अन्य कोर्स हैं।

राजर्षि टंडन का ग्रेजुएशन काफी लोकप्रिय

क्षेत्रीय समन्वयक डॉ। एसके सिंह के मुताबिक एक विषय से स्नातक करने की सुविधा सिर्फ राजर्षि टंडन ओपेन यूनिवर्सिटी में ही उपलब्ध है। इस यूनिवर्सिटी का दो वर्षीय एकल विषय में स्नातक कोर्स काफी लोकप्रिय है।

यूजी-पीजी के 127 कोर्स

राजर्षि टंडन ओपेन यूनिवर्सिटी में स्नातक व स्नातकोत्तर के 127 कोर्सेस में अध्ययन की सुविधा है। खास बात यह कि यूनिवर्सिटी में संचालित दो सेशन में एडमिशन लिया जा सकता है।

राजर्षि टंडन यूनिवर्सिटी के कोर्स

ग्रेजुएशन लेवल पर : बीए, बीकाम, बीएससी, बीसीए, बीलिब सहित अन्य कोर्स

पीजी लेवल पर : एमए, एमएमसी, एमकाम, एमलिब, एमजे सहित अन्य कोर्स

एक वर्षीय डिप्लोमा : वोकेशनल गाइडेंस व करियर काउंसि¨लग, पर्यटन, योग, संग्रहालय विज्ञान, डायटेटिक्स व न्यूट्रीशन, फैशन डिजाइन, टेक्सटाइल डिजाइन, फोटाग्राफी, स्टेटिस्टक्स एंड कंप्यूटर, वैदिक गणित, मार्के¨टग, प्रबंधन, इलेक्ट्रानिक मीडिया सहित अन्य डिप्लोमा।

दूरदर्शन व आकाशवाणी पर भी क्लास

कोरोना को देखते इग्नू ने अपनी सभी सर्विस अब ऑनलाइन कर दी है। हालांकि पठन-पाठन पहले ही ऑनलाइन चल रहा था। यूजी-पीजी के विभिन्न कोर्सेस की ऑनलाइन क्लास दूरदर्शन व आकाशवाणी पर पहले से ही चल रहे हैं। स्टूडेंट्स फेसबुक लाइव, गूगल मीट और आकाशवाणी के ज्ञानवाणी चैनल व दूरदर्शन पर ज्ञानधारा, व्यास सहित अन्य चैनलों पर ऑनलाइन क्लास चल रहे हैं।

वर्जन

राजर्षि टंडन ओपेन यूनिवर्सिटी के सभी कोर्स यूजीसी से मान्य हैं। इसको लेकर किसी के मन में भ्रम नहीं होना चाहिए। यूनिवर्सिटी की कोई भी डिग्री हासिल करने के लिए उपस्थिति की अनिवार्यता नहीं है। ऐसे में नौकरी करने के साथ भी कोई कोर्स किया जा सकता है।

डॉ। एसके सिंह, क्षेत्रीय समन्वयक

क्षेत्रीय केंद्र, राजर्षि टंडन ओपेन यूनिवर्सिटी, वाराणसी