वाराणसी (ब्यूरो)दिल्ली, मुंबई, कोलकाता समेत तमाम शहरों में बनारसी मिठाई खाने के शौकीन लोगों के लिए एक अच्छी खबर हैअब उनके शहर में ही बनारस की फेमस लौंगलता, लाल पेड़ा, रबड़ी, रसमलाई, रसगुल्ला, गुलाब जामुन, काजू कतली समेत सभी मिठाइयां मिलेंगीयह मिठाई अमूल उपलब्ध कराएगा। 23 फरवरी को पीएम नरेंद्र मोदी करखियांव में नवनिर्मित बनास काशी संकुल का लोकार्पण करेंगे, जो अमूल का प्लांट हैइसी प्लांट में बनारस की फेमस मिठाई बनेगीइसके बाद यहां से पूरे देश में भेजी जाएगीअमूल के इस पहल से बनारस की मिठाइयों को राष्ट्रीय पहचान मिलेगी.

यूपी के लिए कारगार होगा यह मॉडल

करखियांव में नवनिर्मित बनास काशी संकुल पूर्वांचल के लिए सहकार से समृद्धि की ओर बड़ा कदम होगागुजरात में किसान व पशुपालकों के लिए सहकार से समृद्धि को यथार्थ में बदलने वाला यह मॉडल यूपी की सहकारिता को मजबूत बनाएगाबनास काशी संकुल में न सिर्फ दूध प्रोसेसिंग किया जाएगा, बल्कि दूध से बनारस की प्रसिद्ध मिठाई लाल पेड़ा और लौंगलत्ता भी बनेगी, जो अमूल के ब्रांड से बाजार में उपलब्ध होंगी.

लाल पेड़ा, लौंगलता से होगी शुरुआत

बनास डेरी ने बनास काशी संकुल में प्रतिदिन 10,000 किलोग्राम क्षमता की पारंपरिक भारतीय मिठाइयों के निर्माण की अत्याधुनिक सुविधा स्थापित की हैइस संयंत्र में विभिन्न मिठाई जैसे लाल पेड़ा, लौंगलता, बेसन के लड्डू, मोतीचूर के लड्डू, रसमलाई, रबड़ी, काजू कतली, मिल्क केक, रसगुल्ला और गुलाब जामुन को बनाया जाएगाइन सभी मिठाइयों का निर्माण यथा संभव स्वचालित रूप से सबसे स्वच्छ वातावरण और उपकरणों में किया जाएगा, ताकि मिठाई की लगातार गुणवत्ता, सेल्फ लाइफ और पारंपरिक स्वादको सुनिश्चित किया जा सकेविभिन्न मिठाइयों की पैकिंग उपभोक्ता की आवश्यकता के अनुसार विभिन्न साइज में होगीमिठाइयों की ताजगी, सेल्फ लाइफ और उपभोक्ताओं की सुविधा बढ़ाने के लिए लाल पेड़ा, लड्डू, लौंगलता और काजू कतली के लिए सिंगल पैकिंग की शुरुआत इस प्लांट से की जा रही हैवाराणसी की प्रसिद्ध मिठाई को अमूल ब्रांड के तहत राष्ट्रीय बाजारों तक पहुंचाया जाएगा.