वाराणसी (ब्यूरो)। इस समय देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालु बाबा की विशेष आरती में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। वजह है ऑनलाइन टिकट का बंद हो जाना। श्रीकाशी विश्वनाथ की ऑथराइज बेवसाइट पर जाकर जैसे ही कोई टिकट बुक कर रहा है उसे एरर का मैसेज शो कर रहा है। मंदिर प्रशासन का कहना है कि इस व्यवस्था को दोबारा शुरू होने में समय लगेगा। कितना समय लगेगा और क्यों बंद है ऑनलाइन व्यवस्था, जानने के लिये पढिय़े दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की यह स्पेशल रिपोर्ट

कार्तिक का महीना काशी के लिये सबसे खास होता है। क्योंकि ऐसी मान्यता है कि इस महीने में बाबा के दर्शन से सारी मनकोमनायें पूरी हो जाती है। देश विदेश से लाखों बाबा विश्वनाथ मंदिर में सप्तऋषि, मिड-डे, भोग, श्रृंगार व मंगला आरती में शामिल होने के साथ-साथ रुद्राभिषेक भी करवाते हैं। दूसरे देश प्रदेश से आने वाले सभी श्रद्धालुओं को समस्या न हो इसके लिये ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था भी की गई है। बनारस आने से पहले ही श्रद्धालु अपना निर्धारित शुल्क देकर टिकट बुक कर सकते हैं। इस टिकट के लिये विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने श्रीकाशी विश्वनाथ डॉट ओआरजी वेबसाइट बना रखी है। बनारस आने वाले श्रद्धालु जब इस साइट पर जाकर ऑनलाइन टिकट बुक कर रहे हैं, तो एरर बता रहा है। एरर के मैसेज में फ्लैश हो रहा है कि अभी पूजा और दर्शन के लिए सारी बुकिंग मंदिर प्रशासन की ओर से अगले आदेश तक बंद है।

गर्भ गृह में निर्माण के चलते बुकिंग बंद
श्री काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। कारिडोर को नवंबर में ही पूरा करने का लक्ष्य है। दिसंबर में पीएम के हाथों से लोकार्पण होने की भी संभावना है। इसी के चलते गर्भ गृह क्षेत्र में पत्थर बिछाने का कार्य तेजी से चल रहा है। निर्माण कार्य के दौरान श्रद्धालुओं को बैठने में दिक्कत होगी, इसलिए अगले आदेश तक ऑनलाइन बुकिंग बंद कर दी गयी है। सिर्फ आफलाइन दर्शन कराये जा रहे हंै।

कार्तिक में पांच लाख आते हैं श्रद्धालु
पर्यटन की दृष्टि से नवंबर का महीना बनारस के लिए पीक सीजन होता है। गुलाबी ठंड होने के कारण कार्तिक महीने में पांच लाख से अधिक पर्यटक आते हैं। अधिकतर पर्यटक श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन भी करते हैं। दर्शन के लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों व्यवस्था है। ऑफलाइन में कोई शुल्क नहीं लगता है, लेकिन लाइन में लगकर ही दर्शन होते हैं, जबकि ऑनलाइन में टिकट की बुकिंग के लिए शुल्क निर्धारित है और वीआईपी दर्शन करवाये जाते हैं।

बाबा का लाइव दर्शन भी बंद
देश-विदेश में रहने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की ओर से लाइव दर्शन की व्यवस्था भी शुरू की गयी है। गर्भ गृह में निर्माण के चलते इसे भी बंद किया गया है। वेबसाइट के लाइव दर्शन पर क्लिक करते ही स्क्रीन ब्लैंक दिख रही है। स्क्रीन पर लाइव स्ट्रीम रिकार्डिंग इज नॉट एवेलेबल लिखकर आ रहा है। एक अनुमान के अनुसार हर दिन पांच लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा का लाइव दर्शन करते हैं।

ऑनलाइन बुकिंग टिकट रेट
180 रुपये में सप्तऋषि आरती
180 रुपये में मिड-डे आरती
180 रुपये में श्रृंगार भोग आरती
350 रुपये में मंगला आरती
300 रुपये में सुगम आरती
450 रुपये में एक शास्त्री से रुद्राभिषेक
1350 रुपये में पांचशास्त्री से रुद्राभिषेक

लगेंगे तीन-चार दिन
गर्भ गृह में पत्थर बिछाने का कार्य चल रहा है। ऐसे में यहां श्रद्धालुओं को बैठने में दिक्कत होगी। जिसको देखते हुए ऑनलाइन टिकट की बुकिंग बंद है। जैसे ही काम पूरा हो जाएगा बुकिंग दोबारा शुरू हो जाएगी। इसमें अभी तीन या चार दिन लग सकते है।
-सुनील कुमार वर्मा, सीईओ, विश्वनाथ मंदिर