-वंदे भारत का रैक 15 फरवरी से पीरियाडिक मेंटनेंस के लिए हट जाएगा

-यात्रियों की सुविधा के लिए तेजस का लगाया जाएगा रैक, अपने समय पर चलेगी ट्रेन

18 महीने में इस ट्रेन ने छह लाख किलोमीटर की यात्रा तय की है

08 घंटे में वाराणसी से नई दिल्ली का सफर पूरा कराती है ट्रेन

06 लाख किमी चलने पर आवश्यक होता है मेंटनेंस

देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत के अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कोच में 45 दिन तक पैसेंजर सफर नहीं कर पाएंगे। वंदे भारत के रैक 15 फरवरी से बदल जाएंगे। दरअसर, वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन से नई दिल्ली के बीच चलने वाली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के कोच मेंटनेंस के लिए भेज दिए जाएंगे। इसके बदले इसमें तेजस के कोच लगाये जाएंगे। जिससे किपैसेंजर का सफर बाधित न हो। कुल मिलाकर 45 दिन तक यात्री हाई फाई सुविधा से युक्त कोच में सफर करने से दूर रहेंगे। ट्रेन के कोच की ओवरहालिंग के लिए उत्तर रेलवे ने यह कदम उठाया है।

पीरियाडिक मेंटनेंस को हट रहा कोच

वंदे भारत के रैक को पीरियाडिक मेंटनेंस के लिए हटाया जा रहा है। क्योंकि इस ट्रेन में लगे रैक का मेंटनेंस प्रत्येक छह लाख किमी पर होना आवश्यक है। यह ट्रेन मात्र आठ घण्टे में यात्रियों को वाराणसी से नई दिल्ली का सफर पूरा कराती है। इसके कोच को पैसेंजर की सुविधा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। जिसमें उन्हें कोई परेशानी नहीं होती है। खास बात यह कि इस ट्रेन में सभी वर्गो का ध्यान रख कर डिजाइन किया गया है।

तीन स्टॉपेज हैं ट्रेन में

वाराणसी से नई दिल्ली तक तीन स्टॉप पर यह ट्रेन हर दिन यात्रियों को अपने सही समय पर गंतव्य तक पहुंचाती है। प्रोफेशनल के अलावा बिजनेस क्लास लोगों के लिए यह ट्रेन बेहद आरामदायक है।

एक अप्रैल से फिर से लगेगा रैक

कैंट स्टेशन के डायरेक्टर आनंद मोहन ने बताया कि एक अप्रैल से पुन: वंदे भारत के रैक लग जाएंगे। बताया कि 18 महीने में इस ट्रेन ने छह लाख किलोमीटर की यात्रा तय की है। ऐसे में इसके मेंटेनेंस के लिए ये कदम उठाए गए हैं।

अपने समय पर पहुंचेगी वंदे भारत

यात्रियों की सुविधा के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस को मेंटनेंस के दौरान बंद नहीं किया जाएगा। बल्कि उसके बजाय तेजस एक्सप्रेस का रैक लगाकर चलाया जाएगा। ऐसे में यह ट्रेन अपने निर्धारित समय पर ही पहुंचेगी। उसमें कोई परिवर्तन नहीं होगा। जल्द ही इसका शेड्यूल जारी कर दिया जाएगा।

वंदेभारत के रैक का पीरियाडिक मेंटनेंस 15 फरवरी से होना है। इसको देखते हुए 45 दिन तक तेजस के रैक को जोड़कर इस ट्रेन का संचालन किया जाएगा।

आरपी चतुर्वेदी, एडीआरएम

कैंट स्टेशन