वाराणसी (ब्यूरो)। बीएचयू के सर सुंदरलाल हॉस्पिटल में विगत कुछ दिनों से अपनी मांगों को लेकर जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैैं। ऐसे में पूर्वांचल का एम्स कहे जाने वाले इस अस्पताल में पहुंचने वाले मरीज और उनके तीमारदार परेशान हो रहे हैं। हालांकि यहां परेशानी को देखते हुए सीनियर डॉक्टर जैसे-तैसे ओपीडी तो चला रहे हैैं, लेकिन गंभीर मरीजों को रेफर का दर्द झेलना पड़ रहा है।

किसको बताएं अपना दर्द
अस्पताल के जनरल सर्जरी में भर्ती बबिता को पेट दर्द की शिकायत के बाद अपेंडिक्स का ऑपरेशन 10 दिन पहले किया गया। इस दौरान कैंसर की आंशका के चलते सैैंपल भी जांच के लिए भेजा गया। रिपोर्ट सामान्य रहने पर उन्हें घर भेजा जाएगा, लेकिन यदि रिर्पोट पॉजिटिव रही तो दोबारा ऑपरेशन होगा। इधर, जेआर के हड़ताल पर चले जाने से जांच रिपोर्ट आने में देरी हो रही है। वहीं उनके साथ-साथ परिजनों के मन में कई तरह की बातें आ रही हैं। लेकिन अपना दर्द किसी से बयां नहीं कर पा रहे हैं। यह तो एक उदाहरण भर है। ऐसे कई मरीज व उनके तीमारदार हड़ताल खत्म होने के इंतजार में हैं।

सूचना नहीं, आकर हो रहे परेशान
पूर्वांचल और बिहार के ग्रामीण तबके से बड़ी संख्या में लोग यहां इलाज के लिए आते हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम को लोगों ने बताया कि डॉक्टरों के स्ट्राइक की उन्हें खबर नहीं थी। इलाज तो जरूरी है, इसलिए चले आए। टीम को हॉस्पिटल के बाहर और अंदर स्ट्रेचर और जहां-तहां मरीज लाचारी के हालत में पड़े मिले। उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं था।

ऑपरेशन थियेटर है प्रभावित
बताते चलें कि ऑपरेशन थियेटर में एक टीम होती है, इसमें कई जूनियर डॉक्टर शामिल रहते हैैं। कोई बेहोशी का कार्य करता है, तो कोई ऑपरेशन के दौरान इक्यूपमेंट देता है या अन्य रूप में डॉक्टर की सहायता करता है। ऐसे में जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से ऑपरेशन थियेटर से जुड़े विभागों की सेवाएं प्रभावित हैैं। ऑपरेशन और सर्जरी के डेट लगातार बढ़ रहे हैैं।

तीमारदार अगली डेट पर आएं
डॉक्टरों की हड़ताल के कारण पीडियाट्रिक, जनरल मेडिसिन, रेडियोलॉजी और जनरल सर्जरी विभाग में अपेंडिक्स, पेट के ऑपरेशन, हाइड्रोसिल समेत कई रोगों के ऑपरेशन के डेट लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अपेंडिक्स और हाइड्रोसिल के मरीजों के परिजनों को अगली डेट पता करने आने के लिए कहा जा रहा। ऐसे में ये लगातार परेशान हो रहे है। समस्या बढऩे पर तीमारदार प्राइवेट अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं।

बता रहे हैं अपनी परेशानी

मेरी बहन के कान के पर्दे का ऑपरेशन पांच दिसंबर को होना था। हमलोग चार की दोपहर में आ गए थे। काउंटर पर पता करने पर बताया गया कि अभी ऑपरेशन नहीं हो पाएगा। दोबारा पता करके आइएगा।
प्रवीन, अदलहाट

सुरक्षित और अच्छे इलाज के लिए मुझे काफी प्रयास के बाद यहां हाइड्रोसिल के ऑपरेशन की डेट 06 दिसंबर मिली। सभी तैयारी के साथ आए तो अब यहां कुछ दिन बाद आने को कहा जा रहा है।
विमल, भभुआ

जेआर डॉक्टर की हड़ताल की वजह से जांच रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है। एक ऑपरेशन हो गया है, दूसरा जांच रिर्पोट पर निर्भर है। मैैं पेशेंट को डिचार्ज करा घर ले गया हूं। रोजाना रिर्पोट की जानकारी लेने आता हूं।
कपिल, चंदौली