-लॉकडाउन में घरों से निकल रहा ज्यादा कूड़ा

-कूड़े की मात्रा में 20 से 30 प्रतिशत का इजाफा

लॉकडाउन के कारण लोग घरों में कैद हैं। ऐसे में खाली बैठने की बजाय या तो वे घर साफ करने में जुटे हैं या फिर परिवार के लिए तरह-तरह के व्यंजन बनाए जा रहे हैं। शायद यही वजह है कि घरों से निकलने वाले कूड़े की मात्रा बढ़ गई है। इस कारण कूड़ा उठाने निगम के सफाई कर्मचारियों को ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है। सामान्य दिनों में शहर से प्रतिदिन 650 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता था, जिसमें 90 वॉर्डो से डोर-टू-डोर निकलने वाला 380 मीट्रिक टन कूड़ा भी शामिल है। लॉकडाउन के चलते दुकानें तो बंद है, लेकिन घरों से निकलने वाले कूड़े की मात्रा पांच सौ मीट्रिक टन पहुंच गयी है।

घाट किनारे ज्यादा कूड़ा

-गंगा घाट किनारे करीब 16 वॉर्ड है, जहां से प्रतिदिन औसतन 65 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता था।

-अब रोजाना 82 मीट्रिक टन निकल रहा है।

-हर महीने 1900 मीट्रिक टन निकलता था कूड़ा इन वॉर्डो से -लॉकडाउन के 22 दिन में ही 1800 मीट्रिक टन हो चुका है कूड़ा यहां से।

-इन वॉर्डो में कूड़ा उठाने और सफाई करने के लिए करीब 250 लोगों की टीम लगाई गई हैं।

-40 कर्मचारी सेनेटाइजेशन करने में लगाए गए हैं।

-कूड़ा निकलने के मामले में दूसरे नम्बर पर घनी आबादी वाले इलाके हैं

-शहर में 27 वॉर्ड ऐसे हैं, जो घनी आबादी के हैं।

इन एरिया से भी हर दिन निकलने वाले कूड़े की मात्रा में 20 से 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

650 मीट्रिक टन डेली

शहर के 90 वॉर्डो में डोर-टू-डोर हर दिन करीब 650 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता था।

380 मीट्रिक टन घरों से

शहर में मौजूद 2 लाख 3 हजार घरों से हर दिन 380 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता था।

270 मीट्रिक टन दुकानों से हर रोज

लॉकडाउन के चलते दुकानें, बड़े-बड़े स्टोर, शोरूम बंद है। इसके चलते 270 मीट्रिक टन कूड़ा कम हो गया है।

34 कूड़ा घर हैं शहर में

शहर में प्रमुख जगहों पर 34 कूड़ाघर है, जहां घरों और दुकानों से निकलने वाला कूड़ा डम्प किया जाता है।

129 गाड़ी उठाती हैं कूड़ा

शहर की कॉलोनियों और प्रमुख इलाकों से कूड़ा उठाने के लिए टाटा-एस की 129 गाडि़यों का इस्तेमाल होता है।

22 डम्पर ढोते हैं कूड़ा

कूड़ा घर में एकत्र कचरे को करसड़ा प्लॉट तक पहुंचाने के लिए 22 डम्पर लगाया गया है।

6 हॉपर उठा रहे डस्टबिन

सड़कों पर जगह-जगह डस्टबिन में पड़े कूड़ा-कचरा को उठाने के लिए 6 हॉपर लगाए गए हैं, जो एकत्र कर सीधे कसड़ा प्लॉट ले जाता है।

3000 सफाई कर्मचारी पर सफाई की जिम्मा

शहर की सफाई व्यवस्था में नगर निगम ने 1020 संविदा, 1050 स्थायी और 729 आउट सोर्सिंग कर्मचारियों को लगाया है।

1200 ठेला गाड़ी से उठाते हैं कूड़ा

शहर की सकरी गलियों और मुहल्लों से कूड़ा उठाने के लिए करीब 1200 ठेला गाड़ी लगायी गई है।

496 मोहल्लों से होता कूड़े का उठान

शहर में रिहायशी मोहल्ले की संख्या करीब 496 है, जहां से कूड़े का उठान होता है।

90 वॉर्ड हैं नगर निगम सीमा में

वाराणसी नगर निगम के अंतर्गत 90 वॉर्ड है, जहां से निगम के कर्मचारी कूड़ा उठाते हैं।

100 पार्षद करते हैं जनता का प्रतिनिधित्व

शहर के 90 वॉर्डो में नियमित कूड़े उठान की निगरानी 90 निर्वाचित पार्षद और 10 नामित पार्षद करते हैं।

वर्जन

लॉक डाउन के चलते दुकानें बंद है और सभी लोग घरों के अंदर हैं। ऐसे में खाली बैठने की बजाय या वे घर साफ करने में जुटे हैं। इसके चलते इन दिनों घरों से ज्यादा कूड़ा निकल रहा है। हर दिन करीब 20 से 30 प्रतिशत कूड़ा ज्यादा निकल रहा है।

-राम सकल यादव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी