सोशल मीडिया पर सबसे तेज बनने के चक्कर में मानवता भूल गए बनारसी

VARANASI : घायल तिल-तिल कर मरते रहे और कुछ लोग फोटो खींचते रहे। मंगलवार की शाम कैंट रेलवे स्टेशन के आगे लहरतारा पर हुए दर्दनाक हादसे का एक पहलू यह भी था। घटनास्थल पर कुछ लोगों में सेल्फी लेने का ऐसा नशा दिखा कि मानवता भी शर्मसार हो उठी। बचाव कार्य में लगे पुलिस अधिकारी जनता से पीछे हटने की मिन्नतें करते रहे मगर हाथों में स्मार्टफोन लेकर सभी को फोटो लेने और उसे सोशल मीडिया पर शेयर करने की जल्दी थी।

 

बने रहे तमाशबीन

हादसे के बाद मौके पर पहुंचे राहत दलों ने सबसे पहले मलबे में उन लोगाें की तलाश शुरू की जिनकी सांसें चल रही थीं। गैस कटर से गाडि़यों की बॉडी काटकर कुछ को निकाला गया तो कुछ बीम के नीचे बुरी तरह दबे थे। संकरे सर्विस लेन पर क्रेनें मंगाई गई मगर इतनी देर में तमाशबीनों की भीड़ भी घटनास्थल की तरफ कूच कर चुकी थी। पुल के नीचे बिखरी शटरिंग, बीम, लोहे की छड़ें और ईट-पत्थरों के मलबे की परवाह किए बिना सैकड़ों लोग घटना और घटनास्थल की फोटो करने लगे।

 

पुलिस दिखी मजबूर

शायद इतना ही काफी नहीं था। यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो कुछ ने फेसबुक लाइव कर डाला। कुछ ऐसे भी थे जो अपने दोस्तों को वीडियो कॉल के जरिए यह नजारा दिखा रहे थे। अंधेरा घिर रहा था और बीम को उठाने के लिए क्रेनें पूरा जोर लगा रही थीं। फोर्स बार-बार लोगों को पीछे हटने को कह रही थी मगर लोग बार-बार मोबाइल लेकर मशीनों के बीच में चले आ रहे थे। पुलिस के सामने भी बल प्रयोग न करने की मजबूरी थी, कारण कि ऐसे मौके पर किसी भी तरह की भगदड़ से हालात और बिगड़ सकते थे।

कुछ मददगार भी नजर आए

इसी भीड़ से कुछ मददगार भी नजर आए। वो न सिर्फ बचाव कार्य का हिस्सा बने बल्कि बीम उठा रही क्रेनों का बैलेंस बनाने के लिए उनके पिछले हिस्से पर चढ़ गए। तमाम लोगों ने एंबुलेंस और एनडीआरएफ की गाडि़यों के लिए रास्ता भी बनाया। घटनास्थल पर कुछ छुटभैये नेताओं की भी चांदी हो गई थी। कुछ ने वहां सरकारों को कोसना शुरू किया तो कुछ अफसरों के इर्द-गिर्द खड़े होकर गहन मंत्रणा करते भी नजर आए।