-जंगमबाड़ी मठ में मोदी ने असंख्य शिवलिंगों पर किया पुष्प अर्पित

-सिद्धान्त शिखामणि ग्रंथ के 19 भाषा में अनुदित संस्करणों का किया विमोचन

'श्रीसिद्धान्त शिखामणि ग्रंथ' मोबाइल एप का शुभारंभ भी किया

VARANASI

पीएम नरेंद्र मोदी रविवार की सुबह करीब 11 बजे बीएचयू से सीधे जंगमबाड़ी मठ पहुंचे। मुख्यद्वार पर चंद्रशेखर महास्वामी और कर्नाटक के सीएम ने पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। इसके बाद पीएम ने जगदगुरु विश्वराध्य गुरुकुल के शताब्दी समारोह के समापन समारोह में भाग लिया। सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मौजूदगी में पीएम नरेंद्र मोदी ने 'श्री सिद्धांत शिखा मणि ग्रंथ' के 19 भाषाओं में अनुवादित संस्करण का विमोचन किया। 'श्रीसिद्धान्त शिखामणि ग्रंथ' मोबाइल एप का शुभारंभ भी किया। उन्होंने कहा कि मोबाइल एप के माध्यम से 'श्रीसिद्धान्त शिखामणि ग्रंथ' का डिजिटलीकरण युवा पीढ़ी के साथ उसके संबंधों को और मजबूत बनाएगा तथा उनके जीवन को प्रेरित भी करेगा।

नये भारत की दिशा करेगा तय

पीएम ने मोबाइल एप के माध्यम से ग्रंथ से संबंधित विषयों पर वार्षिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन कराने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि 19 भाषाओं में इस ग्रंथ के अनुवाद से इसकी पहुंच व्यापक जनता तक पहुंचाने में सहायता मिलेगी। कहा कि जंगमबाड़ी मठ भावात्मक और मनोवैज्ञानिक रूप से वंचित साथियों के लिए प्रेरणा का माध्यम है और मठ का अचारण नये भारत की दिशा तय करेगा। पीएम ने कर्नाटक, उड़ीसा, केरल, बैंगलोर और मंसूरी से आए संतों को सम्मानित किया। समापन समारोह में शामिल होने से पहले पीएम मोदी ने जंगमबाड़ी मठ के ज्ञान मंदिर में रखे मुगल शासकों व काशी महाराज द्वारा दिए गए भुदान के राजाज्ञा पत्रों का अवलोकन किया। इसके अलावा मठ में विराजमान असंख्यक शिवलिंगों पर पुष्प अर्पित कर दर्शन किया। चंद्रशेखर महास्वामी ने मठ की विशेषताओं से भी पीएम को विस्तार से अवगत कराया।

पीएम ने मिलाया हाथ

जंगमबाड़ी मठ के बाहर पीएम मोदी को देखने के लिए भारी भीड़ रही। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए चप्पे-चप्पे पुलिस मौजूद रही। मठ से बाहर निकलते समय मोदी-मोदी के नारे लगने लगे। इस पर पीएम मोदी ने हाथ हिलाकर जनता को अभिवादन किया और कई लोगों से हाथ भी मिलाया।