वाराणसी (ब्यूरो)जैसे-जैसे बनारस में मतदान की तिथि नजदीक आ रही है, उसी रफ्तार से चुनावी कलाईमेक्स बढ़ता जा रहा हैजीत के लिए सभी राजनीतिक दलों ने जोर लगा दिया है। 2017 वाली जीत दोहराने के लिए भाजपा ने बड़ी तैयारी की है तो सपा, कांगे्रस समेत सभी विपक्षी दलों ने रणनीति बना ली हैभाजपा की ओर से खुद गृहमंत्री अमित शाह ने कमान संभाल ली हैउन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम का खाका भी खींच लिया हैमतदान से पहले पीएम मोदी के काशी क्षेत्र में करीब आठ कार्यक्रम होंगेसर्वाधिक फोकस उनके वाराणसी संसदीय सीट पर ही रहेगायहां दो से तीन दिनों का प्रवास होने जा रहा हैइसके लिए पीएम दो बार बनारस में डेरा डालेंगे

संगठन के अंदरखाने में हो रही तैयारी के अनुसार 27 फरवरी को पीएम मोदी का बनारस आगमन संभावित हैयह दौरा दो दिनी होगाइस दौरान कार्यकर्ता सम्मेलन, जनसभा, रोड शो सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित होंगेकार्यकर्ता सम्मेलन के लिए संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय मैदान पर मंथन हो रहा हैयदि बनारस आगमन के कार्यक्रम में फेरबदल होता है तो यह सम्मेलन वर्चुअल भी हो सकता है जिसे संगठन विकल्प के तौर पर लेकर चल रहा हैकार्यकर्ता सम्मेलन में 22 सौ कार्यकर्ता शिरकत करेंगेपीएम मोदी के कार्यक्रम को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को नदेसर स्थित एक तारांकित होटल में मंथन भी कियाइसमें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल, प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा, सरोज पांडेय, महेश चंद श्रीवास्तव आदि मौजूद थे

तीन मार्च को भी आ सकते हैं मोदी

संगठन की ओर से तय हो रहे कार्यक्रम में पीएम मोदी के आगमन को लेकर तीन मार्च की तारीख भी बताई जा रही हैयह तीन दिनी दौरा हो सकता हैइस दौरान जिले की सभी आठ सीटों को मथ देने की रणनीति बन रही है जिसमें शहर से लेकर गांव तक रोड शो, जनसभा, रैली, प्रबुद्धजनों की बैठकें आदि प्रमुख कार्यक्रम होंगे.

तीन को अखिलेश और ममता बनारस में

सातवें चरण के मतदान से पहले मार्च माह के प्रारंभ में ही बनारस में घमासान होने के आसार नजर आ रहे हैंजहां पीएम मोदी के तीन दिनी प्रवास का कार्यक्रम तय हो रहा है तो वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव व पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का भी आगमन संभावित हैदोनों विपक्षी दल एक साथ मिलकर भाजपा पर हमला बोलेंगे तो पीएम मोदी भी विपक्ष को बेनकाब करने में कसर नहीं रखेंगे.