वाराणसी (ब्यूरो)श्री काशी विश्वनाथ के पावन महीने सावन को लेकर कमिश्नरेट और ग्रामीण पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है। 14 जुलाई से शुरू हो रहे सावन का पहला सोमवार 18 जुलाई को हैइस दिन लाखों श्रद्धालु बाबा दरबार में मत्था टेकेंगेऐसे में पुलिस के सामने भीड़ को कंट्रोल करने की चुनौती हैकोरोना के चलते पिछले दो साल से कांवड़ यात्रा पर रोक थाइसलिए इस बार सावन में बड़ी संख्या में कांवरियों के आने की उम्मीद हैइसी को देखते हुए एडिशनल सीपी संतोष कुमार सिंह ने शहर में पडऩे वाले कांवड़ मार्ग पर सुरक्षा विशेष इंतजाम किए हैंसाथ ही तस्करों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैंउधर, एसपी ग्रामीण सूर्यकांत त्रिपाठी के नेतृत्व में अधिकारियों ने कांवरिया लेन का निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिएहाईवे के कट््स पर बैरिकेङ्क्षडग व रूट डायवर्जन प्लान पर मंत्रणा कीप्रयागराज से वाराणसी आने वाले एक साइट मार्ग पर भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है

लाखों की उमड़ेगी भीड़

श्री काशी विश्वनाथ धाम का नव्य-भव्य स्वरूप सामने आने के बाद व कोरोना के दो साल बाद स्थिति सामान्य के चलते इस बार सावन में हर दिन लाखों की भीड़ आने की उम्मीद हैइस संबंध में अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय व अपराध) संतोष कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन के लिए पुलिस विभाग हर समय मुस्तैद हैपर्याप्त पुलिस बल मौजूद हैहम सभी इस वर्ष मानसिक रूप से तैयार हैं कि श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु काशी आएंगे क्योंकि बाबा विश्वनाथ का नव्य-भव्य और कोरोना काल के बाद दो वर्षों पर बिना किसी बंदिश के दर्शन सुलभ होंगे

अधिकारियों ने की बैठक

सावन के मद्देनजर एसपी ग्रामीण ने सोमवार की शाम मिर्जामुराद थाना परिसर में कांवरियों की सुरक्षा व्यवस्था व काशी-प्रयागराज हाईवे पर रूट डायवर्जन के बाबत बैठक कर जरूरी निर्देश दिएइसके बाद अधिकारियों की टीम ने भदोही सीमा तक कांवरिया लेन का निरीक्षण भी कियाइस दौरान कांवड़ यात्रा, चिकित्सकीय सेवा शिविर, एंबुलेंस, सुरक्षा व्यवस्था, बैरिकेङ्क्षडग, रोड डायवर्जन, खराब सड़कों की मरम्मत, आरक्षित लेन में वाहनों के न घुसने समेत विभिन्न ङ्क्षबदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई

लेन एक माह तक आरक्षित

मालूम हो कि सावन में एक माह तक कांवरिये प्रयागराज से गंगा जल लेकर पैदल, बाइक व दौड़ते हुए (डाक बम) काशी आकर बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करते हैंकांवरियों के लिए उत्तरी लेन (बाईं सड़क) एक माह तक आरक्षित हैबैठक में एएसपी, एडीएम (प्रशासन), एसडीएम, सीओ, ट्रैफिक विभाग, थाना प्रभारी व एनएचएआइ के अधिकारी मौजूद थे.