बनारस के मोस्ट वांटेंड इनामी अपराधी अब भी पुलिस की पकड़ से हैं दूर

दिल्ली में गिरधारी लोहार की गिरफ्तारी के बाद टॉप टेन क्रिमिनल्स में मची खलबली

दिल्ली में एक लाख इनामी एवं वाराणसी के मोस्ट वांटेड अपराधी गिरधारी लोहार की गिरफ्तारी के बाद जनपद के टॉप टेन मनीष सिंह, दीपक वर्मा, इंद्रजीत सिंह उर्फ बीकेडी, सज्जन, अनिल यादव समेत अन्य अपराधियों में खलबली मची है, लेकिन इन बदमाशों को पकड़ना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। कानपुर की घटना के बाद से ही एडीजी बृजभूषण शर्मा ने जनपद के टॉप टेन अपराधियों को पकड़कर जेल में डालने का निर्देश दिया था, लेकिन वाराणसी पुलिस अभी तक इन्हें खोज नहीं पायी है। हालांकि इस बीच मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने मोनू चौहान और रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू को मौत की नींद सुलाकर अपराधियों में डर जरूर पैदा कर दिया है। यही वजह है कि मोस्ट वांटेड अपराधियों ने वाराणसी को छोड़कर अन्य जिलों और प्रदेशों में शरण ले ली है।

जानकारी नहीं, फिर भी लगी है पुलिस

फरार इनामियों अपराधियों की कोई जानकारी नहीं है। इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने जाल तो बिछाया है और इनाम राशि भी बढ़ा दी है, लेकिन सफलता नहीं मिल रही है। बावजूद इसके वाराणसी पुलिस ने अपराधियों की सूची तैयार की। साथ ही फरार बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें भी लगाई गई। इसके अलावा एलआईयू, क्राइम ब्रांच, एसटीएफ को भी मोस्ट वांटेंड इनामी अपराधियों की धर-पकड़ में लगा दिया है। पुलिस की सख्ती का ही नतीजा रहा कि 50 हजार इनामी मोनू चौहान और एक लाख इनामी रोशन गुप्ता किट्टू मुठभेड़ में मारे गए। इसके अलावा गिरधारी विश्वकर्मा दिल्ली में पकड़ा गया, लेकिन अब सवाल यह है कि बचे मोस्ट वांटेड कब पकड़े जाएंगे।

ये हैं वो इनामिया जो बने हैं सिरदर्द

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बीकेडी

बन गया है मिस्ट्री

सेंट्रल जेल में निरुद्ध एमएलसी बृजेश सिंह से अदावत के लिए चíचत इंद्रदेव उर्फ बीकेडी पर एक लाख का इनाम घोषित है। वह भी लम्बे समय से फरार चल रहा है। बीकेडी पर वाराणसी समेत आसपास के जनपदों में हत्या, लूट, अपहरण के कई मुकदमें दर्ज हैं। धरहरा में एमएलसी के भाई की हत्या के बाद से फरार है। इसके पंजाब, हरियाणा में शरण लेने की जानकारी पुलिस के पास है। यह ऐसे ही गायब रहते हुए अचानक बनारस आता है कोई बड़ी वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाता है।

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मनीष

ने खाकी को दे रखा चकमा

एक लाख के इनामी रोशन गुप्ता के मठभेड़ में मारे जाने के दौरान मनीष सिंह पुलिस की नजरों से ओझल हो गया था। चर्चा है कि किट्टू के मरने के बाद गिरोह की कमान लंका थाना क्षेत्र के नरोत्तमपुर निवासी मनीष के हाथ में आ गई है। उस पर भी एक लाख का इनाम घोषित है। पुलिस मनीष को पकड़ने के लिए लगातार प्लान बना रही है मगर कामयाब नहीं हो पा रही है।

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बेहद शातिर है दीपक

लक्सा थाना क्षेत्र का रहने वाला दीपक वर्मा बेहद शातिर बदमाश है। जिस पर पुलिस ने एक लाख का ईनाम घोषित किया है। कैंट थाना में गैंगस्टर में निरुद्ध था। इसके खिलाफ कई थानों में गंभीर अपराध के मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस ने इसे जेल में निरुद्ध किया था, लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद फिर से गंभीर अपराध किया और फरार हो गया।

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एक दशक से गायब है विश्वास

पांचवें नम्बर पर विश्वास शर्मा उर्फ नेपाली का नाम है। इस पर भी 50 हजार का ईनाम घोषित है। विश्वास नेपाली दस वर्ष से फरार चल रहा है। बताया जाता है कि विश्वास ने नेपाल में शरण ले रखा है। वहीं से अपने गैंग को संचालित करता है। उनके नाम पर वाराणसी के कई व्यापारियों से वसूली की जाती है।

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अनिल ने खुलेआम किया अपराध

हत्या व लूट के मामले में फरार अनिल यादव उर्फ कल्लू पर पुलिस ने 50 हजार का ईनाम घोषित किया है। लंका थाना क्षेत्र के सीरगोवर्धन का रहने वाला अनिल दुस्साहसिक है। इसने खुलेआम हत्या समेत कई गंभीर अपराध को अंजाम दिया है। पुलिस ने इस पर शिकंजा कसने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हो सकी।

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सिज्जन पर दर्ज हैं दो दर्जन मुकदमें

हिस्ट्रीशीटर सिज्जन यादव पर दो दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। इस पर पुलिस ने 50 हजार का ईनाम घोषित कर रखा है। यह भी मोस्ट वांटेंड अपराधी है। पिण्डरा का रहने वाला यह अपराधी अपने गैंग के जरिए लोगों से रंगदारी वसूलता है। इसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, लूट समेत कई मुकदमें दर्ज हैं।

गिरधारी समेत कुछ आये गिरफ्त में

एक सप्ताह पहले दिल्ली पुलिस ने वाराणसी के मोस्ट वांटेड एवं एक लाख इनामी गिरधारी लोहार को गिरफ्तार कर लिया था, जो तिहाड़ जेल में बंद है। उस सदर तहसील में दिनदहाड़े ठेकेदार नितेश सिंह उर्फ बबलू की हत्या का आरोप है। इसके अलावा लखनऊ, मऊ, जौनपुर, आजमगढ़ में हुई कई हत्याओं में उसका नाम है। इसके पहले सुजीत सिंह बेलवा को कारोबारी से 50 लाख की रंगदारी मांगने व जान से मारने की धमकी के मामले में पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया था। इसी तरह दिव्यांग हत्याकांड में आरोपित श्रीप्रकाश मिश्रा उर्फ झुन्ना पंडित जेल में निरुद्ध है। उस पर हत्या व लूट के दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। झुन्ना के करीबी व पांडेयपुर के व्यापारी से रंगदारी मांगने के आरोपित अभिषेक सिंह हनी जेल में निरुद्ध है। झुन्ना के करीबी मनोज शुक्ला पर हत्या व लूट के कई मामले दर्ज हैं, जो जेल में निरुद्ध है। इन सभी पर भी 50-50 हजार का ईनाम घोषित था।