चांद के दीदार के बाद एक दूसरे को दी पवित्र माह रमजान की मुबारकबाद

VARANASI: इस्लामी कैलेंडर क्ब्फ्म् हिजरी में पवित्र माह रमजानुल मुबारक के चांद ने जैसे ही अपनी एक झलक दिखाई लोग खुशी से उछल पड़े। ख्9 वीं का चांद नहीं दिखने से फ्0 का चांद होना निश्चित था। बावजूद इसके लोगों में काफी उत्सुकता थी कि पवित्र माह रमजान का चांद देखना है। मकानों की छत व मैदानों में शाम मगरिब की नमाज से पहले ही काफी लोग जमा हो गए थे। चांद देखते ही लोगों ने एक दूसरे को रमजान की मुबारकबाद दी। काफी लोगों ने एसएमएस करके भी इस पाक माह की एक दूसरे को बधाई दी। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में आतिशबाजी जमकर हुई। कई स्थानों पर तो मुख्य मार्ग पर आतिशबाजी छोड़कर लोग खुशी का इजहार कर रहे थे। मुस्लिम इलाके देर रात तक गुलजार रहे। इनमें बजरडीहा, मदनपुरा, रेवड़ी तालाब, नई सड़क, दालमंडी, कोयलाबाजार, जैतपुरा, छित्तनपुरा, बड़ी बाजार आदि में चहल-पहल रही।

मस्जिदों में हुई नमाज-ए-तरावीह

रमजानुल मुबारक में पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज-ए-तरावीह गुरुवार को शुरु हुई। तीन से लेकर ख्7 दिन तक विभिन्न मस्जिदों में खत्म तरावीह होगी। तरावीह पढ़ाने के लिए हाफिजे कुरआन होना शर्त है। जो लोग कुरआन के हाफिज (कंठस्थ) नहीं हैं वह नमाज-ए-तरावीह नहीं पढ़ा सकते। रात एशा की नमाज के तुरंत बाद नमाजी लोग सफ (पंक्ति) में खड़े हो गए। सभी लोग हाफिज की ओर से पढ़ी जा रही आयत को ध्यानपूर्वक सुन रहे थे। किसी मस्जिद में साढ़े नौ बजे तो किसी में क्0 बजे तो कहीं क्क्.फ्0 तक तरावीह की नमाज होती रही।