तय समय तक जांच कमेटी की रिपोर्ट न आने के खिलाफ बीएचयू इतिहास विभाग के शोध छात्र अब आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। शोध प्रवेश परीक्षा में धांधली का आरोप लगाने वाले छात्रों ने कहा कि कुलपति के आश्वासन पर धरना स्थगित किया गया था। इसमें एक जांच कमेटी गठित करने की बात हुई थी जिसकी रिपोर्ट आने तक प्रक्रिया स्थगित की गई। मगर शनिवार को इतिहास विभाग ने चयन प्रक्रिया को पुन: शुरू कर दिया है। छात्रों का कहना है कि आश्वासन के अनुसार 24 जुलाई तक कमेटी की रिपोर्ट देने की बात कही गई थी, मगर कोई जवाब नहीं मिला। आमरण अनशन पर बैठे छात्रों में ¨प्रस, शिखर, मिथिलेश, रविनंद, सर्वजीत, रिशू, मो। शादान, कुलदीप, संदीप, जूली, प्रियंका आदि शामिल रहे।