वाराणसी (ब्यूरो)सफर के दौरान सड़क के गड्ढे से बचने के लिए वाहन चालकों को अचानक से 160 डिग्री का टर्न लेना पड़ रहा है। वाहन चालकों को सडेनली तीव्र टर्न से कई बार हादसे भी हो रहे हैैं। इतना ही नहीं सड़क के बीच बने गड्ढों में पानी भरने से वाहन चालकों के फिसलने के केसेज भी बढ़ गए हैैं। कई दफा सड़क पर जमा पानी समीप से गुजर रहे वाहन पर पडऩे से मारपीट की भी नौबत आ जा रही है। इन सभी समस्याओं से जिम्मेदार विभाग आंख मूंदे हुआ है।
आईनेक्स्ट दैनिक जागरण की टीम द्वारा सोमवार को शहर के कई सड़कों का रियल्टी चेक किया गया। रियल्टी चेक में कोई भी सड़क चौचक नहीं मिली। पेश है रिर्पोट।

गड्ढों से बच गए, लेकिन
शहर के चौकाघाट पानी टंकी, पहडिय़ा से चंद्रा चौक, सिगरा-तेलियाबाग तिराहा आदि स्थानों की सड़कें बीच में ही कटकर गड्ढे में तब्दील हो गई है। गड्ढा होने से आवागमन में तो परेशानी होती ही है। साथ ही इनमें पानी लगने से वाहन चालकों के फिसलकर घायल होने के अतिरिक्त कभी-कभार मारपीट चक की नौबत आ जाती है।

160 डिग्री घूमे तो 50-50 चांस
शहर में कई सड़कें वन-वे और संकरी हैैं। इनके बीच में गड्ढा और कई स्थानों पर टूटने की वजह से वाहन चालकों की थोड़ी सी लापहवाही उन्हें अस्पताल पहुंचा रही है। वाहन का पहिया गड्ढे में ना जाए। इसके लिए वाहन चालकों को अति तीव्र 160 डिग्री आउट पैराबुलेट या इनर पैराबुलेट घूमना पड़ता है। इस तरकीब से चालक वाहनों का पहिया गड्ढे में जाने से बचा तो लेते हैैं। लेकिन, इस दौरान कभी-कभी हादसों के शिकार भी हो जाते हैैं।

सड़कों की सूची
गाटरपुल से पानी टंकी चौकाघाट
भदऊ चुंगी चौकाघाट
मिंट हाउस मोड़
पांडेयपुर ओवरब्रिज
पहडिय़ा-चंद्रा चौक
सिगरा-तेलियाबाग तिराहा

गड्ढों की बैरिकेडिंग
जनरली ट्रैफिक और मॉब मूवमेंट को कंट्रोल करने में इस्तेमाल होने वाला पुलिस बैरिकेटिंग से सड़क के गड्ढे को घेरा गया है। चौकाघाट पानी टंकी के पास एक या एक से अधिक वर्ग फीट के आधे दर्जन गड्ढे हैैं। इन गड्ढों को भरने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी की है, लेकिन अनदेखी के चलते पुलिस ही अपना बैरिकेटिंग लगाकर वाहन चालकों को हादसे से बचाने के लिए पहल की है।

खोदकर छोड़ दी सड़क
शहर के पर्वी द्वार यानी राजघाट पुल के पास भदऊ चुंगी स्थित है। यहां पुलिस बूथ के पास वाटर हेट टैैंक हैैं। राजघाट से चौकाघाट तक की सड़क अति व्यस्त सड़कों में से एक है। गत दिवस पानी का रिसाव होने से जल निगम ने सड़क को खोदकर छोड़ दिया है। दिन में तो किसी तरह से वाहन चालक आवागमन कर लेते हैैं। लेकिन गड्ढे के पास रोड में तीव्र घुमाव होने के चलते रात में कई वाहन चालकों के घायल होने की आंशका बनी हुई है।

पीडब्ल्यूडी कब सुनेगा राहगीरों की आह
शहर के करीब आधा दर्जन सड़कों के गड्ढों से हड्डी पेशेंट, महिलाओं और अधेड़ नागरिकों का गुजरना किसी मुसीबत से कम नहीं है। सफर के दौरान अचानक से स्कूटी या बाइक का पहिया गड्ढे में पड़ते ही वाहन चालक दर्द से कराह उठते हैैंं। साथ ही अन्य सड़कों के गड्ढे और उबड़-खाबड़ टूटन बनारसीयों को हिचकोले खाने पर विवश किए हुए हैैं।


जल निगम और जलकल के लीकेज होने से हमारी सड़कें डैमेज हो रही हैै। पाडेंयपुर के फ्लाइओवर की मरम्मत केलिए इस्टीमेट शासन को भेजा गया है। अनावश्यक रूप से सड़कों को नुकसान पहुंचाने वाले संस्थाओं को नोटिस भेजा जाएगा। जल्द ही सड़कों को दुरुस्त कर लिया जाएगा।
-सुग्रीव राम, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी, वाराणसी

सड़क तो पहले से बेटर हो गई है, लेकिन बीच में गड्ढे और इनमें पानी जमा होने से आवागमन में दिक्कत हो रही है। संबंधित विभाग को ध्यान देना चाहिए।
मुकेश मौर्य, राहगीर