वाराणसी (ब्यूरो)सावन का महीना आया और चला भी गयापब्लिक को रिमझिम फुहारों में भींगना और काली घटाओं के बरसने का इंतजार अब भी पहले जैसा हैकसक सिर्फ इतनी है कि सावन बीत गया, अब भादो से उम्मीद हैबता दें कि शहर में आसपास बारिश नहीं हुईबादल आसमान में तैरते रहे और पुरवा ने मौसम को सुहाना बनाए रखाशुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहाशनिवार को भी पुरवा हवा चलने की उम्मीद हैइस दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे, गरज-चमक के साथ बारिश होने का भी अनुमान हैहवा के 13 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने का अनुमान है.

अभी और बढ़ेगा तापमान

मौसम विभाग के अनुसार आगामी 16 अगस्त तक जिले में आंशिक रूप से बादल छाए रह सकते हैंसाथ ही अगले तीन से चार दिनों तक तापमान में एक से दो डिग्री तक की बढ़त हो सकती हैशुक्रवार सुबह मौसम सामान्य रहापानी के अभाव में रोपी गई फसल पीली होकर सूखने के कगार पर पहुंच गई है.

हवा के रुख पर टिकी है बारिश

मौसम विज्ञानी प्रोएसएन पांडेय बताते हैं कि वर्तमान में जो हालात बन रहे हैं, उससे सूखा पडऩे के संकेत स्पष्ट हैंसारा मामला हवा के रुख पर निर्भर करता हैबहुत अच्छी वर्षा की संभावना तो नहीं दिखती, छिटपुट वर्षा और बूंदाबांदी कहीं हो जाए तो अलग बात हैशायद अब दौर बदल चुका है.

सावन माह में भी वर्षा का न होना किसानों के लिए अच्छे संकेत नहीं हैंकम बारिश से पर्यावरण का सिस्टम प्रभावित हो सकता हैइसका नकारात्मक असर शहरी और ग्रामीण क्लाइमेट पर देखने को मिल सकता हैवहीं, कम बारिश से बड़े पैमाने पर अनाज उत्पादन क्षेत्रों में भी गिरावट देखी जा सकती हैकिसान मुश्किलों के भंवर में फंस जाएंगे.

प्रोएसएन पांडेय, मौसम वैज्ञानिक