वाराणसी (ब्यूरो)बनारस समेत पूरा उत्तर भारत इस समय भीषण ठंड और शीतलहर की चपेट में हैपिछले 10 दिन से लगातार चल रही बर्फीली हवाओं और ठिठुरन से जहां हर कोई कांप रहा है, वहीं बच्चों और कॉलेज गोइंग स्टूडेंट्स का भी बुरा हाल हुआ हैठंडी की वजह से ही महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ समेत कई कॉलेजों में एग्जाम का शेड्यूल बदल दिया गया है, तो इधर डीएम के आदेश पर 22 जनवरी तक जूनियर हाई स्कूल तक बंद कर दिए गए हंैलेकिन उन बच्चों को अभी भी तकलीफ हो रही है, जिन्हें इस ठंडी में स्कूल कॉलेज जाना पड़ रहा है.

बड़ी मुश्किल से पढ़ाई

हालांकि जिन बच्चों की छुट्टियां चल रही हैं वे भी बड़ी मुश्किल से पढ़ाई कर पा रहे हैंठंडी के कारण बच्चे रजाई से बाहर निकल ही नहीं रहे हैं, इसकी वजह से उनका पूरा शिड्यूल बिगड़ गया हैपैरेंट्स समझाते रह जा रहे है, लेकिन बच्चे पढऩे से भाग रहे हैं। 20 फरवरी से इन बच्चों के एग्जाम्स भी शुरू हो जाएंगेऐसे में बच्चों का कोर्स अधूरा न रहने पाए इसे देखते हुए सिटी के ज्यादातर सीबीएसई बोर्ड के स्कूल में ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर दी गई है, ताकि बच्चे घर पर रहते हुए भी पढ़ाई करते रहें.

ऑनलाइन क्लासेस से पूरा करा रहे कोर्स

सनबीम ग्रुप ऑफ स्कूल, हैप्पी मॉडल स्कूल, वनीता पब्लिक स्कूल, इम्पीरियल पब्लिक स्कूल, आर्य महिला नागरमल मुरारका मॉडल स्कूल समेत बनारस के करीब-करीब सभी स्कूलों में बच्चों के बच्चे कोर्स को पूरा कराने के लिए ऑनलाइन क्लासेस ली जा रही है, लेकिन इसमें भी कई ऐसे पैरेंट्स है, जिनका बच्चों की स्टडी पर फोकस नहीं हैइसका खामियाजा स्कूल टीचर और प्रबंधन को झेलना पड़ा रहा हैइसलिए टीचर्स का कहना है कि सिर्फ ऑनलाइन क्लासेस से कुछ नहीं होगा, बच्चों के पैरेंट्स को भी सीरियस होना पड़ेगा, ताकि बच्चे पढ़ाई को गंभीरता से लें.

ऑनलाइन क्लासेस का ट्रेंड

स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि ऐसा हर साल होता है जब ज्यादा ठंडी पडऩे पर स्कूल बंद हो जाते हैं, लेकिन अब वो समय नहीं रहा कि छुट्टी होने पर बच्चों की पढ़ाई डिस्टर्ब हो, क्योंकि कोरोना काल के बाद से शुरू हुए ऑनलाइन क्लासेस के ट्रेंड ने काफी कुछ बदल गया हैठंडी का ध्यान रखते हुए सभी स्कूलों में 80 से 90 प्रतिशत तक कोर्स पूरे कर लिए गए है, जो 20 प्रतिशत बचे है उन्हें ऑनलाइन क्लासेस के जरिए पूरे कराए जा रहे हैं.

बोर्ड एग्जाम देने वाले भी मुश्किल में

12 फरवरी से सीबीएसई, यूपी और आईसीएससीई बोर्ड के एग्जाम्स भी शुरू हो रहे हैं, लेकिन भीषण ठंडी के मारे इनकी भी हालत खराब हो रही हैलगातार कई दिनों से धूप न निकलने की वजह से ठंड से राहत न होने के बाद भी इन्हें स्कूल और कोचिंग जाना पड़ रहा हैइसके बाद घर में आकर भी गलन भरे माहौल में पढ़ाई करने में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.

26 जनवरी के बाद से सब सही हो जाएगाविंटर सिजन में इस तरह की होने वाली स्थिति को पहले ही भांप लिया गया थाइसलिए बच्चों को 85 प्रतिशत से ज्यादा कोर्स पूरा करा लिए गए, ताकि स्कूल बंद होने के बाद बच्चे घर पर रहते हुए प्रिपरेशन कर सकेरही बात बचे कोर्स की तो इसे ऑनलाइन कोर्स के माध्यम से पूरा कराया जा रहा है.

अनिल गुप्ता, प्रिंसिपल, सृजन पब्लिक स्कूल

जिसमें बोर्ड एग्जाम को लेकर पढऩे का जुनून है वो पढ़ रहे हैंउन्हें ठंडी से कोई मतलब नहीं हैरही इंटर से नीचे वाले बच्चों की बात तो इन्हें बहुत ज्यादा परेशानी नहीं होगीक्योंकि इनके एग्जाम 20 फरवरी के बाद से शुरू होने हैइससे पहले 90 प्रतिशत कोर्स पूरा करा लिए गए हैबचे कोर्स को पूरा कराने के लिए हमारे सभी ब्रांच के टीचर्स की ओर से ऑनलाइन क्लासेस ली जा रही हैलेकिन इसके लिए पैरेंट्स को सीरियस होना पड़ेगा.

अर्पिता सरकार, प्रिंसिपल, हैप्पी मॉडल स्कूल