वाराणसी (ब्यूरो)बनारस में जिस्मफरोशी का धंधा अब रेड लाइट एरिया की तंग गलियों से निकलकर खुलेआम सड़कों पर आ गया हैइसके साथ ही कई तरह की क्राइम में भी इजाफा हो गया हैअब खुले सड़क पर मौजूद कॉलगल्र्स पहले कस्टमर्स को फंसाकर रेट तय करती हैं और फिर उन्हें लेकर पहले से तय होटल्स में पहुंच जाती हैंयदि कस्टमर बाहर का हुआ तो उसके साथ पर्स, मोबाइल आदि लूट की वारदात भी की जाती हैयदि वह विरोध का प्रयास करता है बाहर मौजूद कॉलगल्र्स के दलाल उनके साथ मारपीट भी करते हैंइस समय इस तरह का खेल लगातार कैंट रेलवे स्टेशन के सामने चल रहा हैइसकी हकीकत लोगों के सामने लाने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने मंगलवार को स्टिंग कियाइस दौरान कॉलगल्र्स और हमारी टीम के सदस्य के बीच क्या हुई बातचीत आप भी जानें

डे: मंगलवार

डेट: 22-02-2022

प्लेस: कैंट स्टेशन के सामने बने ओवरब्रिज के नीचे पेट्रोल पंप के पास

सीन: तीन कॉलगल्र्स मौजूद हैं और आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखते हुए कस्टमर्स को ताड़ रही हैंतभी दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम वहां पहुंचती है और एक टीम मेंबर उनकी ओर बढ़ता हैफिर शुरू होती है बातचीत

रिपोर्टर- चलोगी क्या?

कॉलगर्ल- हां.

रिपोर्टर- क्या रेट है?

कॉलगर्ल- इधर आओ, 800 रुपए लगेंगे.

रिपोर्टर- ओके, किधर चलें?

कॉलगर्ल- होटल में.

रिपोर्टर- होटल तो महंगा पड़ेगा?

कॉलगर्ल- मैैं एक घंटे का 800 रुपए में मैनेज कर लूंगी.

रिपोर्टर- ओके, अरे! मैं आईडी तो रूम पर भूल गया.

कॉलगर्ल- उसकी कोई जरूरत नहीं, सब मैनेज हो जाएगा.

रिपोर्टर- सुनों, तीनों एक साथ चलो?

कॉलगर्ल- तीनों को एक साथ ले जाओगे तो दो घंटे का पांच हजार लगेगा

रिपोर्टर- डन, तीनों को बुलाओ, चलो होटल, किधर है?

कॉलगर्ल- इधर साइड की गली में.

रिपोर्टर- मोबाइल निकालते हुए, अरे, यार फ्रेंड का फोन आ गयाशाम को मिलते हैैं, कहते हुए निकल जाता है.

नया आया ट्रेंड

शहर के एक-दो मोहल्लों में जिस्मफरोशी का धंधा कई दशकों से चला आ रहा हैपहले ये रेड लाइट एरिया की तंग गलियों तक ही सीमित था, अब दो-तीन वर्षों में सेक्स वर्करों ने नया ट्रेंड डवलप किया हैकैंट रेलवे स्टेशन के समीप रोड पर खुलेआम 25 से 30 एज ग्रुप की कॉलगल्र्स सुबह दस से शाम आठ बजे तक कस्टमर्स को फंसाती हैंपेशेवर और हाई-फाई अंदाज में डील करती हैैंइनके चक्कर में फंसकर कस्टमर आसान शिकार बन जाता है

हाई-फाई नेटवर्क

स्मार्ट होते शहर में क्राइम के साथ जिस्मफरोशी का काला कारोबार भी अपना ट्रेंड लगातार बदल रहा हैरेड लाइट एरिया की कॉलगल्र्स तो जिस्म की मंडियां लगाती ही हैं, इनके रेट 1-5 हजार रुपए हैैंमिडिया रिर्पोट के मुताबिक स्मार्ट होती जेनरेशन में शहर की यूनिवर्सिटी, कॉलेज व प्राइवेट इंस्टीट्यूशन की युवतियां पैसे व मौज की चाहत में बतौर इस धंधे में उतर जाती हैंइनका सर्विस चार्ज भी हाई-फाई होता है.

आंकड़ों पर एक नजर

2000

है बनारस में इस समय मौजूद कॉलगल्र्स की संख्या

30

करोड़ के आसपास है बनारस में इस धंधे का सालाना टर्नओवर

केस-1

कैंट रेलवे स्टेशन पर हाल ही में डब्बू (चेंज नेम) ट्रेन से उतरा और कॉलगर्ल ने उसे रोड पर अपने जाल में फंसा लियारेट तय हुआ और होटल पहुंचेनिकलते समय कॉलगर्ल डब्बू के पर्स से रुपए निकालने लगीविरोध करने पर वह शोर मचाने लगीफिर रुपए तो गए ही, दलालों ने उसकी पिटाई अलग से कर दी

केस-2

कैंट के समीप इंग्लिशिया लाइन के एक होटल को दलाल और कॉलगल्र्स ने जिस्मफरोशी का अड्डा बना रखा थाडील के बाद बनारस और अन्य सिटी से कॉलगल्र्स को बुलाया जाता थादलालों की ज्यादती से पीडि़त युवक ने पुलिस से शिकायत कीपुलिस ने बीते 17 फरवरी को रेड मारकर दो कॉलगल्र्स समेत 6 आरोपियों को अरेस्ट किया था.

रोक लगाने की मांग

कॉलगल्र्स द्वारा कस्टमर्स को रिझाने और सरेराह बारगेनिंग से आसपास के दुकानदारों के साथ ही उधर से गुजरने वालों को भी कई दिक्कतें होती हैंदुकानदारों की मानें तो इससे जगह बदनाम होती है और लोगों आने से कतराने लगते हैंइनकी मांग है कि पुलिस आवश्यक कार्रवाई करे

महिलाओं व बालिकाओं की तस्करी कर जबरदस्ती जिस्मफरोशी के धंधे में धकेलना गैर कानूनी हैशहर के व्यस्ततम चौक-चौराहों पर इस तरह के कारनामों पर रोक लगनी चाहिए

अजीत सिंह, अध्यक्ष, गुडिय़ा संस्था

मैैं चेक करवाता हूंऐसे स्थानों पर पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगीजांच-पड़ताल में जिस्मफरोशी के काले कारोबार में संलिप्त आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कार्रवाई की जाएगी

आदित्य लांग्हे, डीसीपी, वरुणा जोन